एडिलेड : पूर्व तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया को खराब फॉर्म से जूझ रहे मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne) को भारत के खिलाफ छह दिसंबर से शुरू होने वाले दिन-रात्रि एडिलेड टेस्ट की अंतिम एकादश से बाहर कर देना चाहिए। लाबुशेन ने पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 52 गेंद पर दो रन और दूसरी पारी में 5 गेंद पर 3 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में 295 रन से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
जॉनसन ने कहा कि मार्नस लाबुशेन लंबे समय से रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं और एडिलेड में दूसरे टेस्ट मैच में उनकी जगह किसी अन्य खिलाड़ी को उतारा जाना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि पहले टेस्ट मैच में करारी हार के लिए किसी को बलि का बकरा बनाया गया। जॉनसन का मानना है कि लाबुशेन को फॉर्म में वापसी करने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि टेस्ट टीम से बाहर करने से उन्हें शेफील्ड शील्ड के कुछ मैचों और क्लब क्रिकेट में खेलने का मौका मिलेगा तथा उन पर देश की तरफ से खेलने का दबाव नहीं होगा। मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह और उनके साथी गेंदबाजों के सामने उतारने के बजाय घरेलू क्रिकेट में खेलने से लाबुशेन को फायदा मिलेगा।
जॉनसन ने कहा कि पिछली 10 टेस्ट पारियों में वह केवल एक बार दहाई अंक में पहुंचे हैं। वह भले ही क्रीज पर टिके रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं लेकिन अभी इससे काम नहीं चल रहा है। लाबुशेन को बाहर करने का यह मतलब नहीं होगा कि टेस्ट क्रिकेट में उनका भविष्य अधर में लटक गया है या वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए सही खिलाड़ी नहीं हैं।
इस पूर्व तेज गेंदबाज ने इसके साथ ही कहा कि सीनियर बल्लेबाज स्टीव स्मिथ की फॉर्म भी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि स्टीव स्मिथ की फॉर्म गंभीर चिंता का विषय है। ऐसा लगता है कि उन्होंने अपनी चमक खो दी है जिसके हम आदी रहे हैं। वह अपने पैड पर आने वाली गेंदों को नहीं खेल पा रहे हैं जबकि अतीत में वह इस तरह की गेंदों पर आसानी से रन बनाते थे।