खेल डैस्क: इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर शॉन उदल (Shaun Udal) ने पार्किंसंस रोग के साथ अपने संघर्ष और शेन वार्न (Shane Warne) के निधन के बारे में बात की। उदल ने स्वीकार किया कि वार्न की मौत ने उन्हें गहरा आघात पहुंचाया है। वार्न का पिछले साल 4 मार्च को थाईलैंड में दिल का दौरा पडऩे से दुखद निधन हो गया। वॉर्न के निधन की खबर मिलते ही क्रिकेट जगत भी सकते में आ गया था। वार्न ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से 145 मैचों में 708 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

54 वर्षीय शॉन उदल ने कहा कि अपनी मां और भाई को खोना असहनीय था और शेन वार्न की मौत को स्वीकार करना मुश्किल था। मां कुछ साल पहले चली गई थी और हम कोविड के कारण उसे अलविदा नहीं कह पाए थे। फिर मैंने अपने भाई को अप्रत्याशित रूप से खो दिया। फिर शेन चले गए। मुझे अभी भी इस पर विश्वास नहीं हो रहा है। मेरे फोन में अभी भी उसका नंबर है। मैं इसे कभी-कभी देखता हूं और सोचता हूं- चलो दोस्त, मुझे फोन करो। लेकिन मुझे पता है कि ऐसा होने वाला नहीं है।
पूर्व ऑफ स्पिनर शॉन ने अपने करियर का बैस्ट प्रदर्शन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में किया था। साल में 2006 में उन्होंने पांच विकेट लेकर इंग्लैंड को 212 रन से जीत दिलाई थी। फिलहाल शॉन ने पार्किंसंस रोग से लड़ाई पर बात करते हुए कहा कि तब मेरे मेरे हाथ कांप रहे होते थे। मैं पहले से भी अधिक लंबी फुल टॉस गेंदबाजी कर रहा था। यह काफी मुश्किल हो जाता था। मुझे जो हासिल करना था, मैं उस तक पहुंच नहीं पाया।