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स्पोर्ट्स डेस्क: दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने अपने वनडे संन्यास से वापसी की असली वजह बताई है। डिकॉक ने खुलासा किया कि लगातार हार, दबाव और अंतरराष्ट्रीय दौरे उनके लिए बेहद थकाने वाले साबित हुए, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गए थे। उन्होंने कहा कि एक दशक तक ‘प्रोटिया’ जर्सी पहनना गर्व की बात थी, लेकिन अंत में यह भावनात्मक रूप से बहुत भारी पड़ गया।

डिकॉक ने ‘संडे टाइम्स’ से बातचीत में कहा, 'मैं उस समय प्रोटिया बनकर काफी थक चुका था। मैंने दक्षिण अफ्रीका के लिए दस साल से ज़्यादा खेला। लगातार यात्रा, उम्मीदों का बोझ और टूर्नामेंटों में हार का दर्द, इन सबने मुझे अंदर तक तोड़ दिया। मैं मानसिक रूप से थक चुका था और लगा कि अब आगे नहीं बढ़ सकता।'

उन्होंने बताया कि दोबारा टीम में लौटने का फ़ैसला भी आसान नहीं था। डिकॉक ने आगे कहा, 'कोच शुक्रि कॉनराड को कॉल करना मेरे लिए सबसे मुश्किल हिस्सा था। हम एक-दूसरे के साथ ईमानदार हैं, लेकिन उस फोन कॉल में बहुत घबराहट थी।' 

2023 वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद डिकॉक ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कहा था। इसके बाद वह सिर्फ टी20 लीगों में सक्रिय रहे। लेकिन जब पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम चुनी गई और उनका नाम शामिल हुआ, तो फैंस हैरान रह गए।

अब डिकॉक ने स्पष्ट किया है कि उनकी वापसी 2027 विश्व कप को ध्यान में रखकर हुई है। उन्होंने कहा, 'मैंने इसके बारे में ज़्यादा नहीं सोचा, लेकिन हा, यही एक कारण है जिसकी वजह से मैंने वापसी की। अपने देश में विश्व कप खेलना बहुत बड़ी बात होगी।' 

वह आगे बोले, 'अभी मैं 2027 या अगले टी20 वर्ल्ड कप के बारे में नहीं सोच रहा। मेरा ध्यान फिलहाल आने वाली सीरीज और रन बनाने पर है। मैं एक-एक कदम आगे बढ़ना चाहता हूं।'

गौर है कि डिकॉक दक्षिण अफ्रीका के सर्वाधिक वनडे रन बनाने वाले बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने अब तक 155 वनडे में 6,770 रन बनाए हैं, जिसमें 21 शतक और 30 अर्धशतक शामिल हैं। इस सीरीज में उनके पास गैरी कर्स्टन (6,798 रन) को पछाड़ने और 7,000 रन क्लब में शामिल होने का सुनहरा मौका है।

वहीं दक्षिण अफ्रीका टीम में इस समय हाइनरिक क्लासेन के अंतरराष्ट्रीय संन्यास के बाद भी कई युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज मौजूद हैं। मैथ्यू ब्रेट्ज़के, जो पाकिस्तान सीरीज के कप्तान हैं, खुद भी विकेटकीपर हैं। इसके बावजूद डिकॉक की वापसी टीम को अनुभव और स्थिरता दे सकती है।