सिंगापुर : भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश वीरवार को यहां उतार-चढ़ाव से भरे खिताबी मुकाबले की रोमांचक 14वीं और आखिरी बाजी में गत चैम्पियन चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैम्पियन बने। गुकेश ने 14 बाजी के इस मुकाबले की आखिरी क्लासिकल बाजी जीतकर खिताब जीतने के लिए जरूरी 7.5 अंक जुटाए जबकि लिरेन के नाम 6.5 अंक रहे। यह बाजी हालांकि अधिकांश समय ड्रा की ओर जाती दिख रही थी। खिताब जीतने के लिए गुकेश को 25 लाख डॉलर की इनामी राशि का बड़ा हिस्सा मिलेगा।
वीरवार को गुकेश की खिताबी जीत से पहले रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन थे जिन्होंने 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर 22 साल की उम्र में खिताब जीता था। गुकेश इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामैंट जीतने के बाद विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद के बाद वैश्विक खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं। 5 बार के विश्व चैम्पियन आनंद ने 2013 में मैग्नस कार्लसन को विश्व खिताब गंवा दिया था। अब 11 साल बाद गुकेश शतरंज चैम्पियन बने हैं।
सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन
डी गुकेश - 18 साल, 8 माह, 14 दिन (12 दिसंबर 2024)
गैरी कास्परोव - 22 वर्ष, 6 माह, 27 दिन (9 नवंबर 1985)
मैग्नस कार्लसन - 22 वर्ष, 11 माह, 24 दिन (23 नवंबर 2013)
मिखाइल ताल - 23 वर्ष, 5 माह, 28 दिन (7 मई 1960)
अनातोली कारपोव - 23 वर्ष, 10 महीने, 11 दिन (3 अप्रैल, 1975)
मैं बस अपना सपना जी रहा हूं
मैं बस अपना सपना जी रहा हूं। मैं पिछले 10 साल से इस पल का सपना देख रहा था। मुझे खुशी है कि मैंने इस सपने को हकीकत में बदला। मैं थोड़ा भावुक हो गया था क्योंकि मुझे जीत की उम्मीद नहीं थी। लेकिन फिर मुझे आगे बढ़ने का मौका मिला। मैं 6-7 साल की उम्र से ही इस पल का सपना देख रहा था और इसे जी रहा था। हर शतरंज खिलाड़ी इस पल को जीना चाहता है। मैं अपना सपना जी रहा हूं। मैं कैंडिडेट्स से चैम्पियनशिप तक के सफर के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। डिंग सच्चे चैम्पियन की तरह खेले। मुझे डिंग और उनकी टीम के लिए खेद है। मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
कोई पछतावा नहीं है
मुझे यह महसूस करने में समय लगा कि मैंने बड़ी गलती की है। मुझे लगता है कि मैंने साल का अपना सर्वश्रेष्ठ टूर्नामैंट खेला। मैं बेहतर कर सकता था लेकिन अंत में हार के बाद यह एक उचित परिणाम है। मुझे कोई पछतावा नहीं है।
-डिंग लिरेन, उपविजेता
पिता हुए इमोशनल
बेटे के चैम्पियन बनने की खबर गुकेश के पिता को फोन से मिली। उनकी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें बेटे के चैम्पियन बनने पर वह इमोशनल होते नजर आ रहे हैं। उनके साथी उन्हें बधाई देते दिख रहे हैं। देखें वीडियो-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-
ऐतिहासिक और अनुकरणीय! डी गुकेश डी को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई। यह उनकी अद्वितीय प्रतिभा, कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय का परिणाम है। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा-
विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाला सबसे कम उम्र का खिलाड़ी बनने पर गुकेश को हार्दिक बधाई। उन्होंने भारत को बहुत गौरवांवित किया है। उनकी जीत ने शतरंज महाशक्ति के रूप में भारत की साख को मजबूत किया है।
11.45 करोड़ की मिलेगी ईनामी राशि
2.5 मिलियन डॉलर की विश्व शतरंज चैम्पियनशिप में प्रत्येक खेल जीतने की कीमत 200,000 डॉलर (लगभग 1.69 करोड़ रुपए) थी। तीन गेम जीतकर गुकेश ने एकमुश्त 600,000 डॉलर (लगभग 5.07 करोड़ रुपए) कमाए। लिरेन ने 2 गेम जीतकर 400,000 डॉलर (लगभग 3.38 करोड़ रुपए) जीते। पुरस्कार राशि में शेष 1.5 मिलियन डॉलर को दोनों विरोधियों के बीच समान रूप से बांटा जाएगा। इससे गुकेश की पुरस्कार राशि 1.35 मिलियन डॉलर (लगभग 11.45 करोड़ रुपए) और लिरेन के लिए 1.15 मिलियन डॉलर (लगभग 9.75 करोड़ रुपए) हो जाएगी।
ऐसे जीत गए गुकेश
गेम 1 : डिंग लिरेन जीते
गेम 2 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 3 : गुकेश जीते
गेम 4 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 5 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 6 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 7 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 8 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 9 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 10 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 11 : गुकेश जीते
गेम 12 : डिंग लिरेन जीते
गेम 13 : राऊंड ड्रा हुआ
गेम 14 : गुकेश जीते