Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : बुधवार 6 दिसंबर को सूरत के लालाभाई कॉन्ट्रैक्टर स्टेडियम में लीजेंड्स लीग क्रिकेट 2023 के एलिमिनेटर के दौरान गौतम गंभीर और श्रीसंत तीखी बहस देखने को मिली। पूर्व तेज गेंदबाज श्रीसंत ने आरोप लगाया कि गौतम गंभीर ने उन्हें फिक्सर कहा था। इस पर अब पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से भाजपा के सांसद गंभीर का बयान सामने आया है। 

गंभीर ने इस मामले पर एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। गंभीर ने भारतीय जर्सी में खुद की मुस्कुराती हुई फोटो ‘एक्स' पर साझा करते हुए लिखा, ‘जब दुनिया का काम ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का हो तो मुस्कुराते रहो।' 

गौर हो कि पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने गुरुवार को आरोप लगाया कि गौतम गंभीर ने उन्हें यहां लीजेंड्स लीग क्रिकेट के मैच के दौरान ‘फिक्सर' कहा। बुधवार को इंडियन कैपिटल्स और गुजरात जायंट्स के बीच एलिमिनेटर मैच के दौरान श्रीसंत और उनके पूर्व साथी गंभीर के बीच तीखी बहस हो गई थी। इसके बाद विश्व कप विजेता खिलाड़ियों को अलग करने के लिए अंपायर को हस्तक्षेप करना पड़ा। 

श्रीसंत ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लाइव आकर कहा, ‘वह लाइव टीवी पर मुझे ‘फिक्सर फिक्सर' कहता रहा, तुम फिक्सर हो।' श्रीसंत ने कहा, ‘मैंने सिर्फ यही कहा, आप क्या कह रहे हो। मैं मजाकिया अंदाज में हसंता रहा। जब अंपायर उन्हें शांत करने की कोशिश कर रहे थे तो उन्होंने उनसे भी इसी भाषा में बात की।' श्रीसंत पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2013 में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में उनकी कथित लिप्तता के कारण बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) की अनुशासनात्मक समिति ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था। लेकिन उच्चतम न्यायालय ने 2019 में इस प्रतिबंध को घटाकर सात साल का कर दिया था। 

श्रीसंत ने कहा, ‘मैंने किसी अपशब्द का इस्तेमाल नहीं किया। कृपया सच का समर्थन करें। वह कई लोगों के साथ ऐसा करता रहा है। मुझे नहीं पता कि उसने यह क्यों शुरू किया और यह ओवर के अंत में हुआ।' उन्होंने कहा, ‘अब उनके लोग कह रहे हैं कि उन्होंने ‘सिक्सर सिक्सर' बोला है, लेकिन उन्होंने बोला ‘यू फिक्सर' तू फिक्सर है। यह बात करने का तरीका नहीं है। मैं इस घटना को यहीं खत्म करने का सोच रहा हूं लेकिन उनके लोग उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आप ‘एक्स्ट्रा पेड पीआर वर्क' (अतिरिक्त भुगतान पर जनसंपर्क करने वाले) के झांसे में नहीं आए।'