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राउरकेला: अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने कहा कि नया बिरसा मुंडा स्टेडियम बैठने की क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम है और इसे ‘वर्क ऑफ आर्ट' (कलाकृति) करार दिया। एफआईएच द्वारा पीटीआई को की गयी इस पुष्टि से इस 21,000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम को लेकर चल रहा विवाद भी खत्म हुआ जो ओडिशा सरकार द्वारा इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम का दावा करने के बाद शुरू हुआ था। 

भारत के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के नाम पर बने इस शानदार स्टेडियम के उद्घाटन के बाद ओडिशा सरकार के अधिकारियों ने दावा किया था कि यह बैठने की क्षमता को देखते हुए सबसे बड़ा स्टेडयम था। लेकिन भाजपा विधायक शंकर ओराम ने उनके दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह सबसे बड़ा नहीं बल्कि दुनिया का चौथा बड़ा स्टेडियम है। एफआईएच ने कहा कि राउरकेला का यह स्टेडियम निश्चित रूप से बैठने की क्षमता वाला सबसे बड़ा फील्ड हॉकी स्टेडियम है। 

एफआईएच ने एक ईमेल में कहा, ‘‘यह स्टेडियम वास्तुकला की दृष्टि से ही नहीं बल्कि कला की दृष्टि से भी और बैठने की क्षमता के लिहाज से भी दुनिया का सबसे बड़ा फील्ड हॉकी स्टेडियम है। '' विश्व कप के मैच स्टेडियम के उद्घाटन के कुछ दिन बाद ही शुरू हुए जबकि इस पर किसी भी सीनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट या मैच की मेजबानी नहीं की गयी। विश्व संस्था ने इस मुद्दे पर जवाब नहीं दिया बल्कि कहा कि उसे विश्व कप के लिये स्टेडियम के तैयार होने में कोई संशय नहीं था। 

एफआईएच के वरिष्ठ संचार मैनेजर निकोलस मेंगोट ने कहा, ‘‘हम विश्व कप के आयोजन के संबंध में हॉकी इंडिया और ओडिशा सरकार के लगातार संपर्क में थे और हमें राउरकेला में बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम के तैयारी के संबंध में कोई चिंता नहीं थी। '' दुनिया के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियमों की कोई आधिकारिक सूची नहीं है।