पैरिस : ताइपे के चाउ टीएन चेन के खिलाफ खेले गए मैंस सिंगल क्वार्टरफाइनल मुकाबले में लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने बढ़िया प्रदर्शन कर मुकाबला अपने नाम किया और सैमीफाइनल में जगह बना ली। पहला गेम 19-21 से हारने के बाद लक्ष्य ने दूसरा गेम 21-15 से जीत लिया। तीसरे गेम में लक्ष्य ताइपे के चेन के पर पूरी तरह से हावी हो गए। चेन थके हुए नजर आए जिसका लक्ष्य ने पूरा फायदा उठाया और गेम 21-12 से जीत लिया। लक्ष्य ने चेन को हराने के लिए 75 मिनट लिए। यह पेरिस ओलिम्पिक का शानदार मुकाबला रहा। सेन ने राउंड 16 के मैच में हमवतन एचएस प्रणॉय को 21-12, 21-6 से हराकर अंतिम 8 में प्रवेश किया था। सेन पेरिस में भारत के लिए बैडमिंटन से पदक की एकमात्र शेष उम्मीद हैं। वह सैमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी भी बन गए हैं।
पेरिस ओलिम्पिक में लक्ष्य सेन
ग्रुप एल : बनाम जूलियन कैराग्गी (बैल्जियम) 21-19, 21-14 (जीत)
ग्रुप एल : बनाम जोनाथन क्रिस्टी (इंडोनेशिया) 21-18, 21-12 (जीत)
राऊंड 16 : बनाम एचएस प्रणोय (भारत) 21-12, 21-6 (जीत)
क्वार्टरफाइनल : बनाम चाउ टीएन चेन (ताइपे) 19-21, 21-15, 21-12 (जीत)
पी वी सिंधू और सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी के हारने के बाद अब पेरिस ओलंपिक में बैडमिंटन में सारी उम्मीदें लक्ष्य पर टिकी हैं। भारत के लिए ओलंपिक में महिला एकल बैडमिंटन में साइना नेहवाल (2012) कांस्य, रजत (2016) और कांस्य (2020) जीत चुकी हैं। राष्ट्रमंडल चैम्पियन लक्ष्य का सामना अब 2021 के विश्व चैम्पियन सिंगापुर के लोह कीन यू और ओलंपिक चैम्पियन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलेसन के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। भारत के लिए ओलंपिक बैडमिंटन पुरूष एकल स्पर्धा में पारूपल्ली कश्यप 2012 लंदन ओलंपिक में और किदाम्बी श्रीकांत 2016 रियो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे।
लक्ष्य इससे पहले पिछले 5 में से 4 मैच चेन से हार चुके थे। दोनों के बीच मुकाबला बराबरी का था और पासा पल पल पलटता रहा। दोनों ने लंबी रेलियां लगाई और पिछड़कर वापसी करते रहे। पहले गेम में एक समय स्कोर 15.15 से बराबर था और लक्ष्य ने तीन अंक की बढ़त बना ली। लेकिन चेन ने वापसी करते हुए तीन अंक बनाये और बैकहैंड पर लक्ष्य की गलती का फायदा उठाते हुए पहला गेम जीत लिया। दूसरे गेम में भी दोनों ने आक्रामक शुरूआत की। जब स्कोर 7.7 था तब लक्ष्य ने लाइन कॉल के लिए रिव्यू लिया जिसका फैसला उनके पक्ष में नहीं रहा। इसके बावजूद उन्होंने एकाग्रता नहीं खोई और लगातार पांच अंक बनाए। उन्होंने दूसरा गेम जीतकर मैच को निर्णायक गेम तक खींचा। निर्णायक गेम में चेन ने कई सहज गलतियां की जिसका फायदा लक्ष्य को मिला और उन्होंने मैच अपनी झोली में डाला।