मेलबर्न: रासमुस नीरगार्ड-पीटर्सन ने रविवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतते हुए अपने करियर का पहला बड़ा प्रोफेशनल खिताब हासिल किया। अंतिम होल पर बनाए गए उनके ‘स्क्रैम्बल्ड पार’ ने घरेलू फेवरेट कैमरन स्मिथ की जीत की उम्मीदों को तोड़ दिया, जो दो साल बाद किसी खिताब की तलाश में थे।
72वें होल तक नीरगार्ड-पीटर्सन और स्मिथ दोनों 15-अंडर पर बराबरी पर थे। नीरगार्ड ने टी-शॉट रफ में डाल दिया, जहां से बंकर उनके और ग्रीन के बीच था, जबकि स्मिथ ने शानदार सेकंड शॉट से ग्रीन पा लिया। लेकिन स्मिथ लंबा ढलान वाला बर्डी पुट नहीं डूबा सके और प्लेऑफ के लिए 1.5 मीटर का रिटर्न पुट भी चूक गए। वहीं नीरगार्ड ने दबाव में पार बनाकर एक शॉट से जीत दर्ज की।
26 वर्षीय नीरगार्ड-पीटर्सन ने 67, 66, 66 और 70 के राउंड खेलते हुए कुल 15-अंडर 269 का स्कोर बनाया। स्मिथ अंतिम राउंड की शुरुआत दो शॉट पीछे से करते हुए 10वें होल तक बढ़त भी ले चुके थे, लेकिन 12वें होल की बोगी से संतुलन बिगड़ गया और दोनों फिर बराबरी पर आ गए।
जर्मन गोल्फर ने जीत के बाद कहा, 'यह दिन बहुत कठिन था। अंदर से मैं बेहद दबाव में था, लेकिन आखिरी पुट डालते ही सब बदल गया। यह पल मेरे लिए यादगार रहेगा।'
रॉरी मैकइलरॉय की चुनौती हुई फीकी
चार दिन में 11 बोगियों, और शनिवार को एक केले के छिलके से टकराने के अजीबोगरीब वाकये ने रॉरी मैकइलरॉय की राह मुश्किल कर दी। उन्होंने अंतिम दिन 69 का राउंड खेला और संयुक्त रूप से 10वें स्थान पर रहे। 2013 चैंपियन मैकइलरॉय ने कहा कि ऑस्ट्रेलियन ओपन को बेहतर तारीख मिलनी चाहिए ताकि दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी यहां आ सकें।
मैकइलरॉय ने कहा, 'यहां के कोर्स बेहतरीन हैं, लेकिन शेड्यूल क्लैश बड़ी समस्या है। इस हफ्ते तीन बड़े टूर्नामेंट होने से कई खिलाड़ी यहां नहीं आ पाए।'
मास्टर्स और ब्रिटिश ओपन में मिलेगी एंट्री
ऑस्ट्रेलियन ओपन, जो 2025-26 यूरोपीय टूर के नए शेड्यूल का दूसरा इवेंट है, उसके विजेता को अगले साल के मास्टर्स टूर्नामेंट की सीधी एंट्री मिलती है। वहीं शीर्ष तीन गैर-योग्य खिलाड़ी 2026 के ब्रिटिश ओपन (रॉयल बिर्कडेल) के लिए क्वालिफाई करेंगे।