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किंगदाओ (चीन) : ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पीवी सिंधु के चोटिल हो जाने से भारत की मंगलवार से यहां शुरू होने वाली बैडमिंटन एशिया मिश्रित टीम चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने की राह काफी मुश्किल हो गई है। भारत ने दो साल पहले दुबई में खेली गई प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था और उसमें सिंधु ने अहम भूमिका निभाई थी। उनके बाहर होने से भारत को करारा झटका लगा है। 

सिंधु गुवाहाटी में अभ्यास शिविर के दौरान चोटिल हो गई थी जिस कारण उन्हें अंतिम समय में टूर्नामेंट से हटना पड़ा। उनकी अनुपस्थिति में विश्व रैंकिंग में 29वें नंबर के खिलाड़ी मालविका बांसोड़ को महिला एकल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। भारत को प्रतियोगिता में ग्रुप डी में रखा गया है जहां उसका पहला मुकाबला बुधवार को मकाउ से होगा। भारतीय टीम को इसके बाद गुरुवार को दक्षिण कोरिया की मजबूत टीम का सामना करना होगा। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली दो टीम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी। 

भारत को क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए लेकिन इसके बाद आगे बढ़ने के लिए उसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। भारत एशिया मिश्रित टीम चैंपियनशिप में अभी तक स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया है लेकिन उसने 2018 और 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों में मिश्रित टीम प्रतियोगिता में क्रमशः स्वर्ण और रजत पदक जीता था। भारत ने हाल के दिनों में टीम प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन किया है। उसने 2022 में थॉमस कप में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा उसने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में रजत और पिछले एशियाई खेलों में पुरुष वर्ग की टीम प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया था। 

इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले अधिकतर खिलाड़ी वर्तमान टीम का हिस्सा भी हैं। इन खिलाड़ियों में एचएस प्रणय, लक्ष्य सेन, अश्विनी पोनप्पा, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी शामिल हैं। भारत को पुरुष एकल और पुरुष युगल में काफी उम्मीदें हैं। इनके अलावा महिला युगल में गायत्री गोपीचंद और त्रीसा जॉली से भी काफी उम्मीद की जा रही है क्योंकि उन्होंने हाल के दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है।