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स्पोर्ट्स डेस्क : अफगानिस्तान प्रीमियर लीग (APL) एक बार फिर वैश्विक क्रिकेट मंच पर लौटने के लिए तैयार है। दुबई में आयोजित एक खास समारोह में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने लीग का नया लोगो जारी किया, पांच टीमों वाले फ्रेंचाइज़ी फॉर्मेट की पुष्टि की और अगले 10 वर्षों का दीर्घकालिक रोडमैप पेश किया। यह लीग सितंबर 2026 में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में खेली जाएगी।

ACB ने स्पष्ट किया कि APL अब हर साल सितंबर-अक्टूबर की विंडो में आयोजित होगी, जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से टकराव कम होगा और विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी आसान बनेगी। UAE को फिर से मेज़बान देश चुना गया है, जो अफगान क्रिकेट के लिए एक भरोसेमंद न्यूट्रल वेन्यू रहा है।

नया लोगो और नई पहचान

इस मौके पर अफगानिस्तान प्रीमियर लीग का नया लोगो भी लॉन्च किया गया, जो लीग की नई शुरुआत और आधुनिक सोच का प्रतीक है। ACB अधिकारियों के मुताबिक यह रीब्रांडिंग अफगान क्रिकेट की मजबूती, प्रगति और बदलती पहचान को दर्शाती है।

पांच फ्रेंचाइज़ी और 10 साल की योजना

APL के पहले सीज़न में पांच शहर आधारित टीमें हिस्सा लेंगी। फ्रेंचाइज़ी मालिकों के चयन के बाद टीमों के नामों का ऐलान किया जाएगा। सबसे अहम बात यह है कि ACB ने लीग के लिए 10 साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है, जिससे लंबे समय तक स्थिरता और बेहतर योजना सुनिश्चित होगी। गौरतलब है कि APL का पहला संस्करण 2018 में खेला गया था, लेकिन वित्तीय और प्रशासनिक कारणों से वह आगे नहीं बढ़ सका था।

राशिद खान ने बताई अहमियत

अफगानिस्तान के टी20 कप्तान राशिद खान ने कहा कि APL युवा खिलाड़ियों के लिए सीखने और आगे बढ़ने का बड़ा मंच बनेगी। अंतरराष्ट्रीय सितारों के साथ खेलने से स्थानीय खिलाड़ियों को अनुभव मिलेगा और राष्ट्रीय टीम तक पहुंचने का रास्ता मजबूत होगा।

मीरवाइस अशरफ का बयान

ACB चेयरमैन मीरवाइस अशरफ ने APL को बोर्ड के लिए एक मजबूत वित्तीय और संरचनात्मक आधार बताया। उनके अनुसार यह लीग न सिर्फ खिलाड़ियों और स्टाफ को आर्थिक मजबूती देगी, बल्कि अफगान क्रिकेट की वैश्विक पहचान भी बढ़ाएगी। कुल मिलाकर, अफगानिस्तान प्रीमियर लीग की वापसी को देश के क्रिकेट इतिहास में एक बड़े और निर्णायक कदम के रूप में देखा जा रहा है।