नई दिल्ली : अरुण जेटली स्टेडियम में अपने अंतिम घरेलू मुकाबले में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ हार के बावजूद दिल्ली कैपिटल्स की प्लेऑफ की उम्मीदें जिंदा हैं। बी साई सुदर्शन के 61 गेंदों पर नाबाद 108 रन और शुभमन गिल के 53 गेंदों पर नाबाद 93 रन की बदौलत दिल्ली को 10 विकेट से करारी शिकस्त मिली जो नई दिल्ली में इस सीजन की उनकी चौथी हार भी थी।
गुजरात, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स के प्लेऑफ में प्रवेश करने के साथ ही दिल्ली की प्लेऑफ की संभावनाएं अब कमजोर पड़ गई हैं। हालांकि विकेटकीपर-बल्लेबाज अभिषेक पोरेल को लगता है कि अगर दिल्ली अपने बचे हुए लीग मैच मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के खिलाफ जीतते हैं, तो वे प्लेऑफ में जगह बना सकते हैं। 19 गेंदों में 30 रन बनाने वाले पोरेल ने भी महसूस किया कि रविवार को पिच बल्लेबाजी के लिए बेहतर हो गई थी क्योंकि खेल आगे बढ़ रहा था।
उन्होंने कहा, 'वास्तव में उन्होंने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। पहली पारी में गेंद शुरू में थोड़ी अटक रही थी और इसने तय किया कि हम उस समय कैसे खेलते हैं। लेकिन बाद में विकेट बहुत अच्छा था। इसलिए मुझे लगता था कि पहली पारी में यह हमारे लिए बहुत अच्छा स्कोर था। लेकिन उन्होंने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। हमने अच्छा क्रिकेट खेला। कुछ मौकों पर, हम थोड़ा पीछे थे इसलिए हम जीत नहीं पाए। लेकिन हमने अच्छा क्रिकेट खेला। हमने खराब क्रिकेट नहीं खेला। हमने अच्छा क्रिकेट खेला। हमारे पास अभी भी दो मौके हैं। अगर हम दोनों मैच जीतते हैं, तो हमारे पास अभी भी क्वालीफाई करने का मौका है। इसलिए मैदान पर ऐसी कोई चुनौती नहीं है।'
यह कहना जितना आसान है, करना उतना ही मुश्किल है, क्योंकि दिल्ली ने अपने पिछले आठ मैचों में से पांच गंवा दिए हैं। बुधवार को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई के खिलाफ उनका मुकाबला बारिश के खतरे में है। डीसी का अंतिम लीग गेम एक खतरनाक पंजाब किंग्स टीम के खिलाफ होगा जो पहले से ही प्लेऑफ में है। दिल्ली को वास्तव में जिस चीज से मदद नहीं मिली है, वह है शीर्ष क्रम में लगातार फेरबदल, गुजरात के खिलाफ उन्होंने केएल राहुल और फाफ डु प्लेसिस को अपनी सलामी जोड़ी के रूप में उतारा था। यह डीसी द्वारा इस सीजन में आजमाई गई सातवीं सलामी जोड़ी थी जो किसी भी टीम द्वारा सबसे अधिक आजमाई गई सलामी जोड़ी थी। इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स पांच अलग-अलग जोड़ियों को उतारा था।
गौर हो कि दिल्ली के अभी 12 मैचों में 6 जीत, 5 हार और एक नोरिजल्ट के बाद 13 अंक हैं। अगर दिल्ली मुंबई और पंजाब के खिलाफ अपने आगामी मैचों में जीत जाती है तो उसके 17 अंक हो जाएंगे जिससे वह प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर लेगी।