स्पोर्ट्स डैस्क : इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मैच में भारत ने 6 रनों से रोमांचक जीत हासिल की। इसी के साथ एडंरसन-सचिन टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई। हालांकि, एक समय ऐसा था जब लगा कि भारत यह मैच हार जाएगा, लेकिन शुबमन गिल की कमाल की कप्तानी के चलते मैच का पासा पलट गया। भारत ने 374 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में इंग्लिश टीम 367 रन पर सिमट गई। इंग्लैंड को पांचवें दिन जीत के लिए 35 रन की जरूरत थी और भारत जीत से 4 विकेट दूर था। आइए जानें वो टर्निंग प्वाइंट, जिसके चलते भारत हारने से बच गया।
ये रहा वो टर्निंग प्वाइंट
भारत ने जब लक्ष्य रखा तो इंग्लैंड के पास जीत हासिल करने का आसान मौका। उनको लक्ष्य का पीछा करते हुए न सिर्फ अच्छी शुरूआत मिली थी, बल्कि लंबा समय भी बचा हुआ था। पहले विकेट के लिए 50 रनों की उनकी शानदार शुरूआत हुई। बेन डकेत ने 54 रन बनाए औऱ लक्ष्य की ओर बढ़े। फिर पांचवें नंबर पर आए हैरी ब्रूक ने 98 गेंदों में 111 रन बना डाले और भारत की चिंता बढ़ा दी थी। जब ब्रूक आउट हुए थे तो स्कोर इंग्लैंड का 4 विकेट पर 301 था। उनके पास 6 विकेट शेष थे और लग रहा था कि मैच भारत के हाथ से निकल जाएगा, लेकिन फिर टर्निंग प्वाइंट तब आया जब चौथे दिन के खेल के समाप्त होने से पहले क्रीज पर टिके जो रूट को प्रसिद्ध कृष्णा ने चलता किया। कृष्णा ने इंग्लैंड की दूसरी पारी के 73वें ओवर की आखिरी गेंद पर रूट को आउट कर भारत को छठी सफलता दिलाई। रूट 111 रन बनाकर गए और यहां से फिर भारतीय गेंदबाजों में जीत हासिल करने की उम्मीद जाग गई।
अंग्रेज हुए मायूस
रूट जब आउट हुए थे इंग्लैंड 36 रन जीत से दूर था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट कर इंग्लैंड को मायूस कर दिया। बता दें कि भारत ने पहली पारी में 224 रन बनाए थे। फिर जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 247 रन पर समाप्त हुई थी और 23 रन की बढ़त हासिल की थी। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 396 रन बनाए और 373 रन की कुल बढ़त हासिल करते हुए 374 रन का लक्ष्य रखा। जैसे ही सिराज ने आखिरी विकेट के रूप में एटकिंसन को यॉर्कर पर क्लीन बोल्ड किया, भारतीय फैंस और खिलाड़ियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सिराज दौड़ पड़े और भारतीय खिलाड़ी उन्हें गले लगाने के लिए दौड़ पड़े। मैच में सिराज ने 9, जबकि कृष्णा ने 8 विकेट लिए।