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मुंबई, 10 मई (भाषा) अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि सूर्यकुमार यादव इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के गेंदबाजों की धुनाई कर रहा था तो ऐसा लग रहा था मानो वह गली क्रिकेट खेल रहा हो।


सूर्यकुमार ने आरसीबी के खिलाफ इस मैच में 35 गेंदों पर 83 रन बनाए और इस दौरान मैदान के चारों तरफ शॉट खेलने के अपने कौशल का खुलकर प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके और छह छक्के लगाए जिससे मुंबई में 21 गेंद शेष रहते ही 200 रन का लक्ष्य हासिल कर दिया।


गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा,‘‘ वह गेंदबाजों को अपने इशारों पर नचा रहा था। जब वह इस तरह से बल्लेबाजी करता है तो आपको गली क्रिकेट की याद दिलाता है। लगातार अभ्यास और कड़ी मेहनत से उसके खेल में काफी निखार आ गया है।’’

उन्होंने कहा,‘‘ बल्ले की ग्रिप पर उसका नीचे रहने वाला हाथ बहुत मजबूत है और वह इसका बड़े अच्छे तरीके से उपयोग करता है। आरसीबी के खिलाफ उसने पहले लॉग आन और लॉग ऑफ पर शॉट जमाए और फिर मैदान के चारों तरफ शॉट लगाए।’’

पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर का मानना है कि सूर्यकुमार की शानदार बल्लेबाजी से दूसरे छोर पर खड़े युवा बल्लेबाज नेहल बढेरा का भी आत्मविश्वास बढ़ा। बढेरा ने 34 गेंदों पर नाबाद 52 रन बनाए। यह इस सत्र में उनका दूसरा अर्धशतक है। सूर्यकुमार और बढेरा ने 140 रन की साझेदारी करके मुंबई की आसान जीत सुनिश्चित की।


गावस्कर ने कहा,‘‘ जब आप सूर्यकुमार के साथ बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आपका भी मनोबल बढ़ता है लेकिन नेहल बढेरा की पारी की विशेषता यह रही कि उन्होंने सूर्यकुमार की तरह शॉट खेलने का प्रयास नहीं किया। उनकी सबसे अच्छी बात यह रही कि उन्होंने अच्छी तरह से संतुलन बनाए रखा।’’

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