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नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने गुरूवार को ओलंपिक कोर ग्रुप निशानेबाजों के लिये 15 अक्टूबर से 14 दिसंबर तक दो महीने के कोचिंग शिविर को मंजूरी दी जिसका खेल की शीर्ष संस्था ने स्वागत किया।

राष्ट्रीय शिविर कोविड-19 महामारी के चलते दो बार स्थगित किया जा चुका है जिससे भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के पास परिस्थितियों के सुधरने तक का इंतजार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।

शिविर का आयोजन डा कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में किया जायेगा, जिसमें 32 निशानेबाज (18 पुरूष और 14 महिलायें), आठ कोच, तीन विदेशी को और दो सहयोगी स्टाफ हिस्सा लेंगे।

देश को 15 ओलंपिक कोटा दिलाने वाले सभी निशानेबाज इस शिविर का हिस्सा होंगे और साइ के बयान के अनुसार इसका कुल खर्चा 1.43 करोड़ रूपये तक होगा।

साइ ने बयान में कहा, ‘‘शिविर आयोजित करना अनिवार्य है क्योंकि यह ओलंपिक जैसे टूर्नामेंट की तैयारियों का अहम हिस्सा है। शिविर साइ की मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करते हुए आयोजित किया जायेगा। ’’
राइफल निशानेबाज अंजुम मोदगिल शिविर के आयोजित होने से काफी खुश हैं। 2018 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतकर तोक्यो ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली इस निशानेबाज ने कहा, ‘‘बहुत खुश हूं कि साइ और एनआरएआई ने इस शिविर को आयोजित करने का फैसला किया जिससे हमें ओलंपिक से पहले जरूरी अभ्यास का मौका मिल जायेगा जिसमें महज 10 महीने ही बचे हैं। शिविर में नियमित निशानेबाजी से हमें बेहतर ढंग से पता चल जायेगा कि हमारा स्तर अभी क्या है। ’’
महामारी के बीच निशानेबाज अपने घर की रेंज में ही अभ्यास कर रहे थे और लॉकडाउन के बाद यह ओलंपिक कोर ग्रुप का पहला पूर्ण शिविर होगा।

एनआरएआई अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा, ‘‘हमारे निशानेबाज लॉकडाउन के दौरान घर पर ही ट्रेनिंग कर रहे हैं लेकिन शिविर में एक साथ ट्रेनिंग करने से उन्हें काफी मदद मिलेगी। हम खुश हैं कि साइ ने दो महीने के ट्रेनिंग शिविर को मंजूरी दी जिससे हमारे निशानेबाजों को अपने प्रदर्शन का लॉकडाउन से पहले का वही स्तर हासिल करने में सहायता मिलेगी। ’’


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