खेल डैस्क : भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने क्रिकेट विश्व कप 2011 के बाद जब युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को कैंसर है, की खबर सामने आई तो उस वक्त ड्रेसिंग रूम का क्या माहौल था, के बारे में पूर्व क्रिकेटर तरुवर कोहली के साथ पोडकास्ट 'फाइंड द वे शो' के दौरान भावुक खुलासे किए हैं। हरभजन ने इस दौरान युवराज के साथ अपनी दोस्ती, शरारतों और उनकी बायोपिक पर भी बात की। उन्होंने जताई कि युवी की आने वाली बायोपिक में उनका रोल कम होगा। हरभजन ने इसके साथ ही माना कि युवराज ने जिस तरह कैंसर से कम बैक किया। उसने क्रिकेट ही नहीं अन्य फील्ड प्रोफेशनल्स को भी प्रेरित किया।
हरभजन ने कहा कि क्रिकेट विश्व कप 2011 के दौरान युवराज की बीमारी के बारे में किसी को पता नहीं था। कुछ गड़बड़ है, यह सिर्फ उसको ही पता था। हमें याद है कि ड्रेसिंग रूम में हम हमेशा मजाक के मूड में रहते थे। जब कोई मैच होना तो बल्लेबाजी से पहले युवराज को खासी आती थी। वह लगातार खासता था। एक बार मैंने उससे पूछ लिया कि क्या यार खासते रहते हो। क्या बात हो गई। इतनी उम्र में ही बुड्ढे हो गए हो क्या ? इस पर युवराज बोलते थे कि पता नहीं बेचैनी से होती है। वह ऐसे ही खेलने के लिए चले जाते थे। हमें नहीं पता था कि वह बीमारी के साथ खेल रहे थे।
हरभजन ने खुलासा किया कि हमने विश्व कप जीता। खूब जश्न मनाया। विश्व कप के बाद हम बेंगलुरु एनसीए (NCA) में बैठे थे। युवराज की रिपोर्ट आनी थी। उसमें खुलासा हुआ कि युवी को कैंसर है। हम सभी शॉक्ड हो गए। मुंह से निकला ऐसे कैसे हो सकता है। ऐसे हो ही नहीं सकता। हम जहां बैठे थे वहां सुनसान हो गया। कोई आवाज नहीं आ रही थी। समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहें। रो भी रहे हैं। हमें तब सिर्फ इसलिए राहत मिली क्योंकि तब पता चला कि इसके बाद क्या करना होगा। कई बार तो आपको पता नहीं होता कि वक्त कितना है।
हरभजन ने कहा कि कैंसर से जिस तरह युवी ने वापसी की। हम उसपर गर्व कर सकते हैं। आज उसकी उदाहरण दी जाती है। नए खिलाड़ियों को बताया जाता है कि किस तरह आप ऐसी मुश्किल स्थितियों पर काबू पाकर वापसी कर सकते हो। कैंसर से उभरकर टीम में लौटना बड़ी बात होती है। युवराज ने न सिर्फ ऐसा किया बल्कि अच्छा भी खेले।
युवराज की बायोपिक पर-
तरुवर ने जब हरभजन से युवराज सिंह की आने वाली बायोपिक पर कमेंट करने को कहा था तो उन्होंने कहा कि आप इसमें देखेंगे कि उनके खेल के कारण कितने लोगों को प्रेरणा मिली। जिस तरह उन्होंने फाइट की और देश के लिए खेला, मैच विजेता पारियां खेलीं, ज्यादातर नहीं कर पाते। हरभजन बोले- मैं उम्मीद करता हूं कि उक्त बायोपिक में मेरा रोल कम होगा। क्योंकि हमने अपनी क्रिकेट जर्नी के दौरान इतनी शरारतें की है कि इतने किस्से हुए हैं, कि एक फिल्म तो इस पर ही बन जाएगी।