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पोर्ट ऑफ स्पेन : क्वींस पार्क ओवल में वेस्टइंडीज के पास रिकॉर्ड तोड़ चेज करने का मौका था। इस मैदान पर अब तक सर्वाधिक 272 रनों का पीछा किया गया है। हालांकि इस चेज में वेस्टइंडीज बस कुछ रन पीछे छूट गई। आखिरी गेंद पर वेस्टइंडीज को जीतने के लिए 5 रनों की आवश्यकता थी लेकिन मोहम्मद सिराज के एक शानदार यॉर्कर ने वेस्टइंडीज को जीत से दूर कर दिया। हालांकि वेस्टइंडीज ने जिस तरह से भारत के खिलाफ संघर्ष किया, उससे वेस्टइंडीज के कप्तान और स्टेडियम में मौजूद दर्शक काफी ख़ुश थे।

निकोलस पूरन को लगा कि यह इस मैच में उनकी टीम को जीत ही मिली है। ख़ास कर के बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई सीरीज में वेस्टइंडीज को जिस तरीक़े से हार मिली थी। उसके बाद इस तरह का संघर्ष जीत के ही बराबर है। पूरन ने मैच के बाद मेजबान प्रसारक से कहा- यह निश्चित रूप से हमारे लिए एक जीत की तरह था। कुल मिला कर यह परिणाम एक ही समय पर कड़वा और मीठा दोनों था।हालांकि एक बात यह भी है कि हम 50 ओवर बल्लेबाजी करने के बारे में पिछले कुछ समय से बोलते रहे हैं और आज हमने 50 ओवर बल्लेबाजी की और 300 से अधिक रन बनाए।

जाहिर है कि एक समूह के रूप में हम अपनी टीम का पुनर्निर्माण कर रहे हैं और वनडे क्रिकेट में सफलता के रास्ते का तलाशने का प्रयास कर रहे हैं। आज हमने अपनी प्रतिभा के साथ न्याय किया है। टॉस जीत कर पूरन ने भारतीय टीम को बल्लेबाजी करने के लिए बुलाया था। इसके जबाव में शिखर धवन और गिल ने बढिय़ा शुरुआत की। हालांकि वेस्टइंडीज की टीम ने बाद के ओवरों में बढिय़ा वापसी की और भारतीय टीम को 308 के स्कोर पर रोक दिया। एक समय पर ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 350 से अधिक का स्कोर बनाएगी।

पूरन ने कहा कि निश्चित तौर पर मुझे गेंदबाज़ों को श्रेय देना चाहिए। जाहिर है कि हमें इन परिस्थितियों में अच्छी शुरुआत नहीं मिली। हम समझते हैं कि यह एक बल्लेबाजी ट्रैक था, लेकिन हमने एकदूसरे से वाटर ब्रेक पर बात की और कहा कि हम उन्हें 315 के स्कोर तक रोक सकते हैं। (गुडाकेश) मोती, अकील (हुसैन) और अल्ज़ारी (जोसेफ) - सभी ने आकर आज अपने कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया। बांग्लादेश श्रृंखला के बाद आज हमने जिस तरह से संघर्ष किया, वह गर्व की बात है।


वेस्टइंडीज़ की टीम के लिए 309 रनों का लक्ष्य कई बार पहुंच से बाहर दिखा। हालांकि काइल मेयर्स और ब्रेंडन किंग के अर्धशतक से वेस्टइंडीज़ कभी भी इस मैच से बाहर नहीं गया। साथ ही पूरन और अकील और रोमारिया शेफर्ड ने भी छोटी लेकिन कारगर पारी खेली। हमें एक-दूसरे पर विश्वास करने की जरूरत है। हम एक इकाई के रूप में कऱीब आने की कोशिश कर रहे हैं, यहां कुछ ऐसा विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं जो अंतत: सकारात्मक परिणाम दे सके। मैं सभी को बताता रहता हूं कि यह हमारी कहानी है और यही हमारी यात्रा है और इसमें बहुत सारी चुनौतियां आने वाली हैं। लेकिन मुझे खुशी है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।