खेल डैस्क : जसप्रीत बुमराह को बर्मिंघम टेस्ट के बाद इंगलैंड के खिलाफ खेली गई टी-20 सीरीज से आराम दिया गया था। उनकी वनडे सीरीज में वापसी हुई जिसे उन्होंने छह विकेट लेकर यादगार बना दिया। बुमराह की खरतरनाक गेंदबाजी का आलम यह था कि इंगलैंड के 4 बल्लेबाजों को उन्होंने बोल्ड किया। 19 रन पर छह विकेट लेने के कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। उन्होंने मैच के बाद रणनीति पर बात करते हुए कहा कि हमने (शमी) पहली ओवर देखने के बाद ही रणनीति बनाई थी कि कैसे गेंदबाजी करनी है।

बुमराह ने कहा कि सफेद गेंद क्रिकेट में जहां स्विंग और मोवमेंट हो, वहां मौका अहम होता है क्योंकि जिस तरह की पिचें आम तौर पर मिलती है वहां हमें रक्षात्मक होना पड़ता है। जब मैंने पहली गेंद फेंकी तो मुझे कुछ स्विंग मिली और हमने उसका फायदा उठाने की कोशिश की। जब हमें ऐसे स्विंग नहीं मिलती तो मुझे अपना रनअप लंबा करना पड़ता है। वैसे भी जब गेंद मूवमेंट करती हैं तो आपको ज्यादा प्रयास करने की जरूरत नहीं होती है। जब विकेट सपाट होता है तो आपकी सटीकता की परीक्षा होती है।
बुमराह ने आगे कहा कि जब गेंद स्विंग कर रही हो तो यह एक अच्छी जगह है। जैसे ही शमी ने पहला ओवर फेंका, हमारे बीच फुलर लेंथ से जाने के लिए बातचीत हुई। शमी के लिए बहुत खुश हूं, उनको ढेर सारे विकेट मिले। जब गेंद घूम रही होती है तो कीपर को भी परेशानी होती है। बहुत खुश हूं कि ऋषभ अपनी कीपिंग के साथ-साथ अपनी बल्लेबाजी पर भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

मैच की बात करें तो भारतीय तेज गेंदबाजों ने शुरूआती ओवरों में ही इंगलैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बना दिया था। इंगलैंड एक समय 68 रन पर 8 विकेट गंवा चुका था लेकिन डेविड विली और कार्से ने कुछेक रन बनाकर उन्हें 100 से पार लगाया। भारत के सामने 111 रनों का लक्ष्य था जिसे रोहित शर्मा और शिखर धवन ने बिना विकेट गंवाए हासिल कर लिया। रोहित ने 58 गेंदों में 76 तो धवन ने 54 गेंदों में 31 रन बनाए।