खेल डैस्क : पहलवान विनेश फोगाट भले ही पैरिस ओलिम्पिक में वजन अयोग्यता के मामले में अपनी अपील हार गई हैं लेकिन वह अपने जज्बे के कारण देश वासियों वो सम्मान लेने में सफल रही जिसके लिए किसी खिलाड़ी को दशक लग जाते हैं। विनेश ने पिछले एक साल में विभिन्न हालातों के दौरान जो कर दिखाया वह कोई सच्चा पहलवान ही कर सकता है।
फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला
भारत के लिए इससे पहले पुरुषों में सुशील कुमार और रवि दहिया ही ओलिम्पिक फाइनल में पहुंचे थे लेकिन 50 किलोग्राम वर्ग में विनेश फाइनल में पहुंचकर ऐसा करने वाली भारत की पहली महिला बनी थीं। विनेश ने सैमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमेन लोपेज को हराया था जोकि बाद में फाइनल में पहुंची।
ट्रेनिंग छूटी, फिर भी ओलिम्पिक खेली
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे। ऐसे में विनेश ने साथी पहलवानों संग रोष व्यक्त किया। दिल्ली में वह सड़कों पर घसीटी गई। उन्होंने अर्जुन अवॉर्ड वापस कर दिया। कई महीने संघर्ष चला। इस बीच विनेश ने ओलिम्पिक कोटा भी जीता और पैरिस पहुंच गई।
विश्व चैम्पियन पहलवान सुसाकी को हराया
विनेश ने क्वार्टरफाइनल में जापान की पहलवान यूई सुसाकी को हरा दिया जोकि लगातार 82 मुकाबले जीत चुकी थी। विनेश ने सुसाकी को 3-2 के अंकों से हराया। सुसाकी ने इसके बाद ब्रॉन्ज मैडल 10-0 से जीता था। मैच के बाद उन्होंने विनेश की तारीफ की थी। बाद में विनेश के अयोग्यता मामले पर चिंता भी जताई थी।
खाप पंचायतों को कर दिया इकट्ठा
हरियाणा की खाप पंचायतें जोकि महिलाओं के मामले में अपने सख्त रवैये के कारण जानी जाती थीं, विनेश के साथ हुई नइंसाफी से गुस्सा दिखीं। महापंचायत में प्रस्ताव पास हुआ कि विनेश के देश लौटने पर उनका गोल्ड मैडल से स्वागत करेंगे। उन्होंने भारत सरकार से विनेश फोगाट को भारत रत्न देने की भी मांग की।
चैम्पियंस ने किया समर्थन
चैम्पियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, 2 बार के ओलिम्पिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा और हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश ने भी विनेश का समर्थन किया। ओलिम्पिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने विनेश के लिए ट्वीट किया- बहन विनेश फोगाट आपके साथ पहले भी थे, अब भी है और आगे भी रहेंगे।