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स्पोर्ट्स डेस्क : फ्रीस्टाइन कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में पहुंचने के बाद भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को ओलंपिक से डिस्क्वालीफाई कर दिया गया है। इस फैसले के बाद देश भर में भारी रोश है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे मामले पर आईओए अध्यक्ष पीटी उषा से सख्त विरोध दर्ज करने के लिए कहा है। विनेश ने 6 अगस्त को ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। 

एक सरकारी सूत्र ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने पीटी उषा से बात की और उनसे इस मुद्दे पर प्रत्यक्ष जानकारी मांगी तथा विनेश की असफलता के मद्देनजर भारत के पास क्या विकल्प हैं, इस बारे में भी जानकारी ली।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे विनेश के मामले में मदद के लिए सभी विकल्पों पर विचार करने को कहा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया, 'उन्होंने पीटी उषा से भी आग्रह किया कि अगर इससे विनेश को मदद मिलती है तो वह उसकी अयोग्यता के बारे में कड़ा विरोध दर्ज कराएं।' 

इससे पहले फोगाट को नाटकीय ढंग से अयोग्य ठहराए जाने पर सांत्वना देते हुए प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं।' प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'आज की हार दुख देती है। काश मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर पाता जो मैं अनुभव कर रहा हूं। साथ ही, मैं जानता हूं कि आप लचीलेपन की प्रतिमूर्ति हैं। चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है।' मोदी ने पहलवान को प्रोत्साहित करते हुए कहा, 'मजबूत होकर वापस आओ! हम सभी आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।' 

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