नई दिल्ली: भारत के दो मुक्केबाज रूस में चल रहे उमाखानोव मेमोरियल टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए। लेकिन गौरव बिधूड़ी (56 किलो) को अंतिम चार में हार के साथ कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा ।
विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता बिधूड़ी को कजाखस्तान के सिरोशिद्दीन अब्दुल्लायेव ने बंटे हुए, फैसले पर 2-3 से हराया । बृजेश यादव (81 किलो) और वीरेंद्र कुमार (91 किलो) फाइनल में पहुंच कर अपनी जगह बनाई । यादव ने स्थानीय मुक्केबाज अब्दुल्ला नजमुदिनोव को और जबकि कुमार ने अजरबैजान के गुलगुसेयिन अगाजादे को मात दी।
महिला टीम की स्वीटी बूरा (75 किलो) भी फाइनल में पहुंची । लेकिन विश्व युवा चैम्पियन शशि चोपड़ा (57 किलो), पूर्व राष्ट्रमंडल खेल कांस्य पदक विजेता पिंकी जांगड़ा (51 किलो) और पवित्रा (60 किलो) अपने सेमीफाइनल मुकाबले हार का सामना पड़ा और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा ।