हैदराबाद : हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी कॉलेज के दिनों में मध्यम गति के प्रभावी गेंदबाज थे जिन्होंने 90 के दशक की शुरुआत में एक अंतर-विश्वविद्यालय फाइनल मैच में भविष्य के भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद से काफी बेहतर प्रदर्शन किया था। अपने तीखे और धाराप्रवाह भाषणों के लिए मशहूर ओवैसी ने शनिवार को उस मैच में 79 रन देकर 6 विकेट लेने के वाकए को खुशी के साथ याद करते हुए बताया कि प्रसाद उस मैच में एक भी विकेट नहीं ले पाए थे। प्रसाद की बेंगलौर विश्वविद्यालय की टीम ने हालांकि भविष्य के राजनेता की उस्मानिया यूनिवर्सिटी को हरा दिया था।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता ओवैसी ने कहा कि हम मैच हार गए लेकिन मुझे छह विकेट मिले थे और वेंकटेश को एक भी विकेट नहीं मिला था। हैदराबाद से सांसद ओवैसी से उस मैच से जुड़े ‘डेक्कन क्रॉनिकल' के लेख की फोटो को अपने फोन में गर्व से दिखाया। इसमें दिन के खेल के बाद का स्कोरकार्ड भी था। रिपोर्ट में ओवैसी की एक छोटी सी तस्वीर भी छपी थी, उनके सिर पर बाल चिपके हुए थे और उनके चेहरे पर दाढ़ी नहीं थी। उन्हें इसके बाद दक्षिण क्षेत्र अंडर-25 टीम के लिए चुना गया और 1994 में विश्वविद्यालय टीमों के लिए राष्ट्रीय स्तर के एक दिवसीय टूर्नामेंट विज्जी ट्रॉफी में वह खेले थे। किस्मत को हालांकि कुछ और ही मंजूर था और वह ‘लिंकन इन' में कानून की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए। इसके बाद ‘क्रिकेट का उनका अध्याय वहीं खत्म हो गया।'

ओवैसी ने विनम्रतापूर्वक इस बात को खारिज किया कि अगर खेल में बने रहते तो बड़े खिलाड़ियों की तरह लोकप्रियता हासिल करते जैसा कि हैदराबाद के मोहम्मद अजहरुद्दीन, आबिद अली, एम.एल. जयसिम्हा, गुलाम हुसैन और वीवीएस लक्ष्मण ने किया था। उनके लिए ये सभी सर्वकालिक महान खिलाड़ियों की सूची में है और वह बस एक औसत दर्जे के गेंदबाज थे। उन्होंने कहा कि नहीं नहीं! मेरे नाम की तुलना अजहरुद्दीन से नहीं की जा सकती। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने 99 टेस्ट मैच खेले हैं। आप मेरी तुलना अजहरुद्दीन से नहीं कर सकते। एक क्रिकेटर के तौर पर मैं उन्हें सलाम करता हूं। एक राजनेता के तौर पर मेरे उनसे कई मतभेद हैं।
उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि आज भारतीय क्रिकेट ने खेल को लोकतांत्रिक बना दिया है और सभी तरह की पृष्ठभूमि के खिलाड़ियों को शीर्ष पर पहुंचने का मौका दिया है। उन्होंने तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का हवाला दिया लेकिन इस खेल को और अधिक लोकतांत्रिक बनाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज मोहम्मद सिराज को देखिए। माशाअल्लाह। गरीब पृष्ठभूमि से आया एक लड़का। कड़ी मेहनत से वह आगे बढ़ा और 100 टेस्ट विकेट लिए। शानदार यात्रा। प्रेरणादायी! मुझे उम्मीद है कि वह भारत के लिए खूब खेलेगा और भारत को कई जीत दिलाएगा।
ओवैसी ने विराट कोहली की जमकर तारीफ की जिन्होंने इस सप्ताह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अरे जबरदस्त खिलाड़ी है। हमें उसके कवर ड्राइव की कमी खलेगी। जिस तरह से वह गेंदबाज के सिर के ऊपर से गेंद को मारता था, वह कमाल का था! अरे शानदार खिलाड़ी है। जबरदस्त खिलाड़ी है। ओवैसी ने कहा कि लेकिन कोहली जैसे और भी खिलाड़ी होंगे। ऐसा नहीं है कि भारत में प्रतिभा नहीं है।