Sports

नयी दिल्ली : ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी तलवारबाज भवानी देवी ने बुधवार को खुलासा किया कि में क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के दौरान वह कोरोना वायरस से जूझ रही अपनी मां को छोड़कर जाने की दुविधा से जूझ रही थी। भवानी ने कहा कि वह मार्च में क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से बाहर रहना चाहती थी लेकिन अस्पताल में भर्ती उनकी मां ने उन्हें प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कहा।

इटली में ट्रेनिंग कर रही भवानी ने कहा- बुडापेस्ट क्वालीफिकेशन से पहले मेरी मां अस्पताल में भर्ती थी, वह कोविड पॉजिटिव पाई गई थी और उन्हें दो महीने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। मैं असल में प्रतियोगिता के लिए नहीं जाने के बारे में सोचा था। उन्होंने कहा- मैं उनके पास जाना चाहती थी लेकिन मेरी मां ने अस्पताल के बेड से मुझे कहा ‘चिंता मत करो, मैं ठीक हूं, मैं सक्रिय हूं, मुझे सिर्फ कुछ आराम की जरूरत है और मैं जल्द ही घर वापस आ जाऊंगी, बस अपने खेल पर ध्यान लगाओ’।

भवानी ने मार्च में हंगरी में विश्व कप के दौरान ओलंपिक कोटा हासिल किया। उन्होंने एडजस्टेड आफिशियल रैंकिंग (एओआर) प्रणाली के जरिए क्वालीफाई किया। वह ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज हैं। 27 साल की ‘सेबर तलवारबाज’ ने ओलंपिक से पहले किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की योजना नहीं बनाई है लेकिन वह अपनी ट्रेनिंग से खुश हैं।

भवानी ने कहा- फिलहाल, हमारी ओलंपिक से पहले किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की योजना नहीं है क्योंकि लगभग सभी प्रतियोगिताएं रद्द हो गई हैं। एशियाई चैंपियनशि है लेकिन इसे भी रद्द होने की संभावना है। भवानी ने कहा कि उनके अगले हफ्ते रोम में कोविड-19 टीका लगवाने की उम्मीद है और साथ ही उनके तोक्यो खेलों से पहले भारत आने की संभावना भी नहीं है।

उन्होंने कहा- साइ और मेरे महासंघ ने इतालवी महासंघ से आग्रह किया है। रोम में भारतीय दूतावास भी मुझे इटली में टीका लगवाने में मदद करने का प्रयास कर रहा है। इस तलवारबाज ने कहा, ‘‘संभवत: अगले हफ्ते मुझे टीका लग जाएगा। मैं साइ और रोम में भारतीय दूतावास और भारतीय तलवारबाजी संघ की आभारी हूं कि वे यहां टीकाकरण में मेरी मदद कर रहे हैं।

यह पूछने पर कि क्या वह ओलंपिक से पहले भारत लौटेंगे, भवानी से कहा- मैं तय नहीं हूं कि ओलंपिक से पहले भारत लौटूंगी। संभवत: यहां से सीधे तोक्यो जाऊंगी।