जालन्धर (जसमीत) : राष्ट्रपति भवन में स्पोर्ट्स डे के उपलक्ष्य पर हुए कार्यक्रम के दौरान जब दीपा मलिक को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया तो चारों ओर इस पैरा-ओलिम्पिन एथलीट का नाम गूंजा। दीपा को ज्यादातर खेल फैंस 2016 पैरालिम्पक में शॉटपुट इवैंट में सिल्वर मेडल लेने के कारण जानते हैं लेकिन कम लोगों को पता है कि दीपा विकलांग होने के बावजूद बेहतरीन खिलाड़ी भी हैं। वह केवल शॉटपुट ही नहीं जैवलिन थ्रो, तैराकी, मोटर रेसिंग इवैंट में भी हिस्सा ले चुकी हैं। उनके नाम भारत की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 33 गोल्ड और 4 सिल्वर लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। विभिन्न खेल इवैंट में रिकॉर्ड स्थापित करने पर उन्हें फैंस सुपरलेडी के नाम से भी जानते हैं।
वह तीन बातें जो उन्हें बनाती हैं सुपरलेडी
- शून्य डिग्री तापमान में 8 दिन तक लगातार बाइक चलाई : दीपा एक उत्साही मोटर बाइकर भी हैं। उनके नाम शून्य तापमान वाली परिस्थितियों में 8 दिनों में 1700 किलोमीटर बाइक चलाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। यही नहीं, भाला फेंक खेल में तो उनके नाम एशियाई रिकॉर्ड भी दर्ज है।
- तैरकर पार की यमुना नदी : वर्ष 2008 तथा 2009 में उन्होंने यमुना नदी में तैराकी तथा स्पेशल बाइक सवारी में भाग लेकर 2 बार लिम्का बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया।
- ट्यूमर की वजह से हुए 31 ऑपरेशन : दीपा को 17 साल पहले रीढ़ में ट्यूमर की शिकायत हुई थी। 31 ऑपरेशन हुए। जिसके लिए कमर और पांव के बीच 183 टांके लगे। बुरी स्थिति के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी।
दीपा के बड़े रिकॉड्र्स
- - अंतर्राष्ट्रीय खेलों में उनके नाम हैं 18 पदक
- - वर्ष 2016 के पैरालम्पिक खेलों में रजत पदक। पहली भारतीय महिला जिन्होंने पैरालम्पिक खेलों में मेडल (शॉटपुट) जीता।
- - वर्ष 2010 को चीन में हुए पैरा-एशियाई खेलों में जीता कांस्य पदक।
- - वर्ष 2011 में, आईपीसी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
रोचक जानकारियां
- - हरियाणा के सोनीपत जिले में एक हिंदू जाट परिवार में पैदा हुई
- - वर्ष 2012 में, भारत सरकार ने अर्जुन पुरस्कार दिया।
- - 2017 में प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार मिला।
उपलब्धियां
- - वे भारत की एक ऐसी पहली महिला हैंं, जिसे हिमालय कार रैली में आमंत्रित किया गया।
- - 2007 में ताइवान, 2008 में बर्लिन में जेबलिन थ्रो तथा तैराकी में भाग लेकर रजत एवं कांस्य जीता
- - कॉमनवैल्थ गेम्स टीम इवैंट में चयनित हुईं।
- - पैरालंपिक खेलों में उपलब्धियों के कारण ‘अर्जुन पुरस्कार’ मिला।