केपटाउन : पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बुधवार को भारत के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट में दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले पर हैरानी व्यक्त की। एल्गर का फैसला उन पर भारी पड़ गया क्योंकि दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली पारी में 55 रन पर ढेर हो गई जो भारत के खिलाफ उसका सबसे कम स्कोर था। भारतीय टीम भी पहली पारी में 153 रन पर सिमट गई जिससे उसने 98 रन पर बढ़त हासिल की।
गावस्कर ने अपने मैच विश्लेषण में कहा- जो कुछ हुआ उससे मैं थोड़ा हैरान था। क्योंकि काफी दफा कप्तान और कोच पिच के बारे में काफी चर्चा करते हैं। गावस्कर ने कहा कि पहले टेस्ट में भारत को पारी से हराने के बाद दक्षिण अफ्रीका के पास उन्हें पहले बल्लेबाजी कराकर दबाव बनाने का अच्छा मौका था। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि आपको भारतीय टीम के मनोदशा को भी देखना था। दूसरी पारी में इतनी खराब बल्लेबाजी से पारी से हारने के बाद इस नयी पिच पर पहले बल्लेबाजी करना थोड़ा रक्षात्मक होता।
गावस्कर ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के पास जो तेज गेंदबाज हैं, वे उनकी बदौलत फायदा उठा सकते थे। उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2020-21 में एडीलेड टेस्ट को भी याद किया जिसमें भारतीय टीम महज 36 रन पर आउट हो गई थी और उसने मेलबर्न टेस्ट में वापसी करते हुए 4 मैचों की श्रृंखला में 2-1 की यादगार जीत हासिल की थी। गावस्कर ने कहा कि ऐसा ही कुछ 2 साल पहले आस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ था जिसने भारत को 36 रन पर समेट दिया था। लेकिन भारतीय टीम ने मेलबर्न में वापसी की।
मैच में बने यह रिकॉर्ड