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नई दिल्ली : सनराइजर्स हैदराबाद के मुख्य कोच ट्रेवर बेलिस ने रविवार को कहा कि डेविड वॉर्नर को अंतिम 11 से बाहर करना एक ‘मुश्किल फैसला' था लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र में टीम के खराब प्रदर्शन के कारण प्रबंधन को एक अलग संयोजन आजमाने के लिए मजबूर होना पड़ा। वार्नर को टीम के कप्तानी से हटाने के एक दिन बाद उन्हें अंतिम एकादश से भी बाहर कर दिया गया। वार्नर बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और उनके नेतृत्व में टीम ने छह मैचों में सिर्फ एक जीत दर्ज करने में सफल रही। उनकी जगह केन विलियमसन को कप्तान बनाया लेकिन इससे भी टीम की किस्मत नहीं बदली और रविवार को उन्हें राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 55 रन से हार का सामना करना पड़ा।

बेलिस ने मैच के बाद कहा कि यह काफी मुश्किल (वार्नर को अंतिम एकादश से बाहर रखना) था। वह ऐसा खिलाड़ी है जिसने टीम के लिए कई सफलता हासिल की है लेकिन हम दूसरे संयोजन को आजमाना चाहते थे। टीम से बाहर किये जाने वाले किसी अन्य खिलाड़ी की तरह वार्नर भी निराश थे। अगर आप ने देखा होगा तो वार्नर 12वें खिलाड़ी के तौर पर टीम के लिए जो कर सकते थे, वह कर रहे थे। वह अच्छी स्थिति में है केन (विलियमसन) और दूसरे खिलाड़ियों से बात कर उन्हें सलाह दे रहे थे। इस विश्व कप विजेता कोच ने कहा कि वार्नर के ‘स्तर' के बल्लेबाज के बिना टीम के लिए स्थितियां चुनौतीपूर्ण होगी। 

उन्होंने कहा कि खिलाड़ी के तौर पर वार्नर के बिना खेलना काफी चुनौतीपूर्ण होगा। उन्हें (वार्नर) हालांकि नहीं लगता कि टीम को विलियमसन की कप्तानी में कोई परेशानी होगी, जो पहले भी टीम का नेतृत्व कर चुके है। वह न्यूजीलैंड के कप्तान है और अनुभवी है। हम आज अच्छा नहीं खेले और एक खिलाड़ी ने बहुत शानदार (जोस बटलर) खेल दिखाया।