त्बिलिसी (जॉर्जिया) : जाने-माने पहलवान और कॉमनवेल्थ हैवीवेट कुश्ती चैंपियन संग्राम सिंह यहां यूरोपियन यूनिवर्सिटी में होने वाले गामा इंटरनेशनल फाइटिंग चैंपियनशिप में पाकिस्तान के अली रजा नासिर के खिलाफ अपने बहुप्रतीक्षित मिक्स्ड मार्शल आर्ट (MMA) पदार्पण के लिए तैयार हैं।
अपने पहले MMA मुकाबले की मांगों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 2-3 किलोग्राम वजन बढ़ाने के प्रशिक्षण के बारे में बात करते हुए संग्राम सिंह ने कहा, 'मेरा मानना है कि तैयारी का हर पल मायने रखता है। मैं इस मुकाबले के लिए सर्वोत्तम संभव आकार में रहना चाहता हूं।' हालांकि, यह नई चुनौती अपने साथ कुछ भावनाएं लेकर आई है। उन्होंने कहा, 'मैं इसे एक रोमांचक अवसर के रूप में देखता हूं, जो भगवान ने मुझे दिया है।'
अपने पहले MMA मुकाबले को लेकर अपनी घबराहट के बारे में बात करते हुए संग्राम ने कहा, 'मैं इसे एक रोमांचक अवसर के रूप में देखता मैं परिणाम की परवाह किए बिना शानदार प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैं नर्वस हूं और मैं चाहता हूं कि मेरा डेब्यू एक यादगार मैच हो। मैं जीतने के बारे में इतना जुनूनी नहीं हूं, बल्कि अपने साथियों और प्रशंसकों का सम्मान पाने की उम्मीद कर रहा हूं।'
संग्राम GAMA में मुख्य फाइट कार्ड के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय पुरुष पहलवान हैं। वह पाकिस्तान के खिलाफ 93 किलोग्राम वर्ग की MMA फाइट में अपनी पहली भागीदारी को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, 'इस तरह के प्रतिष्ठित मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि आप वैश्विक आयोजनों में भाग लेते समय अपने देश को नहीं देखते हैं, तो कुछ कमी है। मैं इस पद पर पहला भारतीय पुरुष पहलवान बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं और मेरा लक्ष्य अपने देश को गौरवान्वित करना है।'
जॉर्जिया में होने वाली चैंपियनशिप में जॉर्जिया, आर्मेनिया, अजरबैजान, पाकिस्तान और यूक्रेन सहित 5 अन्य देश भाग लेंगे। व्यक्तिगत सफलता के अलावा, संग्राम को उम्मीद है कि MMA में उनकी यात्रा भारत के युवाओं को इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा, 'यह खेल उन युवाओं के लिए है जो अपने जुनून को आगे बढ़ाने और सक्रिय रहने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने MMA को युवाओं का खेल बताते हुए कहा, 'इसमें अनुशासन, फिटनेस और प्रतिस्पर्धा की भावना समाहित है। मुझे उम्मीद है कि मेरी लड़ाई भविष्य में उनके लिए हमारे देश का प्रतिनिधित्व करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।'