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स्पोर्ट्स डैस्क : ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला का चौथा और आखिरी टेस्ट मैच सोमवार को यहां ड्रॉ पर छूटा जिससे भारत ने चार मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। सीरीज जीतने पर मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने खुशी जाहिर करते हुए माना कि यह एक मुश्किल सीरीज थी, लेकिन उनकी टीम सभी को जवाब देने में सफल रहे।

मैच के बाद द्रविड़ ने कहा, ''यह एक मुश्किल संघर्ष वाली सीरीज थी। ऐसे क्षण थे जहां हम अत्यधिक दबाव में थे और हम जवाब देने में सफल रहे। रोहित ने पहले टेस्ट में शतक के साथ अच्छी शुरूआत की, फिर इस मैच में कोहली ने शतक पूरा किया। बीच में हमारे पास जडेजा, अक्षर, शुभमन थे, शायद कुछ चूक गए।'' वहीं शुमबन गिल को लेकर कहा, ''हमें जवाब देने के लिए खिलाड़ियों को खोजने की जरूरत थी और हमने वह पाया। प्रतिस्पर्धा करने और उनसे बेहतर पाने में सक्षम होना एक गर्व की उपलब्धि है। शुभमन के लिए 4-5 महीने रोमांचक रहे हैं। एक युवा खिलाड़ी को आते और परिपक्व होते देखना रोमांचक है। हमारे लिए महान संकेत, यह लंबे समय तक जारी रह सकता है। प्यारा बच्चा, अपने कौशल पर कड़ी मेहनत करता है। उनके लिए विराट, रोहित, स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ियों से सीखने का अच्छा मौका है।''

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साथ ही द्रविड़ ने माना कि वह न्यूजीलैंड-श्रीलंका के मैच पर भी नजर बनाए हुए थे। उन्होंने कहा, ''न्यूजीलैंड-श्रीलंका के खेल पर हमारी नजर थी। हमारे लिए लंच का समय था, इसलिए फॉलो कर रहे थे। नाथन लियोन की अगुआई में वे (ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर) असाधारण रहे हैं। वह कई वर्षों से ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार रहा है, लेकिन पूरी श्रृंखला के दौरान वह असाधारण था, उसने कमिंस और स्मिथ को जिस तरह का दबाव और नियंत्रण दिया, वह शानदार था। दोनों युवा स्पिनरों (कुह्नमैन और मर्फी) ने उन्हें उस तरह का समर्थन दिया। कई बार हमने देखा है कि विदेशी टीमों के पास केवल एक अच्छा स्पिनर होता है और अन्य रन लुटाते हैं, लेकिन दो युवा स्पिनरों को श्रेय जाता है, उन्होंने हमारे पर दवाब बनाए रखा और विकेट चटकाए।''

वहीं विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले को लेकर द्रविड़ ने कहा, ''हमने आज लंच के समय ही इसके लिए क्वालीफाई कर लिया था, हम इसके बारे में (डब्ल्यूटीसी फाइनल) सोचेंगे और इसके लिए योजना बनाएंगे, लेकिन पहले हम इस जीत का जश्न मनाएंगे।'' बता दें कि मैच के आखिरी दिन पिच से गेंदबाजों को मदद नहीं मिली और पहली पारी में 91 रन से पिछड़ने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 175 रन बनाये। दोनों कप्तान जब मैच को समाप्त करने पर सहमत हुए तब लाबुशेन 63 और स्मिथ 10 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। भारत ने श्रृंखला के शुरुआती दोनों मैचों को जीता था जबकि ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर टेस्ट को जीकर वापसी की थी।