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सेंचुरियन : भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए अंतिम एकादश को लेकर कोई संकेत नहीं दिए लेकिन कहा कि टीम में जगह को लेकर ‘कठिन संवाद' की बात आती है तो भारतीय खिलाड़ी काफी पेशेवर हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ‘बॉक्सिंग डे' टेस्ट से पहले द्रविड़ ने कहा कि अगर टीम में नहीं चुने जाने पर खिलाड़ी मायूस होते हैं तो यह अच्छी बात है क्योंकि इसके मायने हैं कि उन्हें परवाह है और खेलने की ललक भी।

उनसे पूछा गया था कि ईशांत शर्मा और अजिंक्य रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ियों से उनकी क्या बात हुई जिन्हें पहले टेस्ट से बाहर रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकांश खिलाड़ी काफी पेशेवर हैं। कई बार खिलाड़ियों से कठिन संवाद करने पड़ते हैं मसलन किसी खिलाड़ी को यह कहना कि वह नहीं खेल रहा है। यह काफी कठिन होता है क्योंकि हर कोई खेलना चाहता है।

उन्होंने कहा कि अधिकांश सीनियर खिलाड़ियों ने किसी स्तर पर खुद कठिन फैसले लिए हैं, शायद प्रथम श्रेणी टीम की कप्तानी के समय या नेतृत्व दल के हिस्से के रूप में। वे हालात को समझते हैं क्योंकि वे ऐसे हालात से गुजर चुके हैं। कुछ अपने प्रदेश की टीमों के सीनियर सदस्य रहे हैं या नेतृत्व दल का हिस्सा रहे हैं जब उन्हें भी ऐसा करना पड़ा होगा। ऐसे में जब उन्हें कारण पता होता है तो हम इसके बारे में बात कर सकते हैं। मैं नहीं चाहता कि चयन नहीं होने पर कोई मायूस नहीं हो। हर कोई खेलना चाहता है, कोई बाहर नहीं रहना चाहता। ऐसे में बाहर रहने पर आपकी प्रतिक्रिया की आपको परिभाषित करती है। मुझे अभी तक कोई शिकायत नहीं है।

उन्होंने कहा कि अंतिम एकादश के बारे में फैसला भावनाओं में बहकर नहीं बल्कि हालात और विरोधी टीम के अनुसार संयोजन को देखकर लिया जाएगा। हमारे पास बेहतरीन खिलाड़ी है। हमें फैसला लेना होगा और 11 खिलाड़ी ही खेल सकते हैं। हम भावनाओं में बहकर फैसला नहीं लेंगे। हमने दौरे के लिए चयन समूह से अच्छी बातचीत की है कि दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला जीतने के लिए सर्वश्रेष्ठ एकादश क्या हो सकती है।

यह पूछने कि क्या मौजूदा दक्षिण अफ्रीकी आक्रमण उन्हें कमजोर लगता है, द्रविड़ ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि किसी भी दृष्टि से यह कमजोर है लेकिन हमारे पास अधिक अनुभवी गेंदबाज हैं। पहले ऐसा नहीं होता होगा। उनके पास हालांकि कैगिसो रबाडा और डुआने ओलिवर जैसे बेहतरीन गेंदबाज हैं। हम उन्हें हलके में नहीं लेंगे।