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लीड्स : भारतीय टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स में दूसरे टेस्ट में धीमी बल्लेबाजी के लिए अपनी और चेतेश्वर पुजारा की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि वे इतना क्रिकेट खेल चुके हैं कि उन्हें पता है कि भारतीय टीम के हितों के अनुकूल क्या है। रहाणे ने सोशल मीडिया पर आलोचना पर हंसते हुए कहा कि सिर्फ ‘महत्वपूर्ण लोगों' के बारे में बात की जाती है। रहाणे ने 146 गेंद में 61 जबकि पुजारा ने 206 गेंद में 45 रन की पारी खेली और अपनी साझेदारी के दौरान लगभग 50 ओवर में 100 रन जोड़े। 

रहाणे ने बुधवार से यहां शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट से पूर्व कहा कि मुझे खुशी है कि लोग मेरे बारे में बात कर रहे हैं। मेरा हमेशा से मानना है कि लोग महत्वपूर्ण लोगों के बारे में बात करते हैं इसलिए मैं इसे लेकर अधिक चिंतित नहीं हूं। यह टीम को योगदान देने से जुड़ा है।  यह पूछने पर कि क्या आलोचना उन्हें प्रेरित करती है, रहाणे ने कहा कि हर चीज मुझे प्रेरित करती है। देश के लिए खेलने से मैं प्रेरित होता हूं। मैं आलोचना को लेकर परेशान नहीं होता। पुजारा ने लार्ड्स पर खाता खोलने के लिए 35 गेंद ली लेकिन उनकी और रहाणे की धीमी बल्लेबाजी का नुकसान भारत को नहीं उठाना पड़ा और टीम 151 रन से जीत दर्ज करने में सफल रही। 

रहाणे ने जीत के संदर्भ में कहा कि वह जिस तरह खेले उससे संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि मेरा हमेशा से योगदान देने में विश्वास रहा है और यह योगदान संतोषजनक था। आप हमेशा अपने खेल के बारे में सोचते हो लेकिन टीम का प्रदर्शन सर्वोच्च होता है। आप अपनी पारी के बारे में सोचते हो और क्या चीज आपके अनुकूल है लेकिन अंतत: हमारा ध्यान इस पर होता है कि टीम की जरूरत क्या है। पारी के दौरान पुजारा के साथ बातचीत के बारे में पूछे जाने पर रहाणे ने कहा कि वह सिर्फ टिके रहने के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बातें सिर्फ छोटे लक्ष्यों के बारे में हो रही थी और वहां से पारी को आगे बढ़ाना था। चेतेश्वर, हम हमेशा बात करते हैं कि वह धीमा खेलता है लेकिन वह पारी हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण थी। वह 200 गेंद खेला। हमने एक दूसरे का साथ दिया।

रहाणे ने कहा कि चेतेश्वर और मैं काफी समय से साथ खेल रहे हैं, हमें पता है कि दबाव से कैसे निपटना है, निश्चित परिस्थितियों का सामना कैसे करना है। जो चीजें हमारे नियंत्रण में नहीं हैं, हम उसके बारे में बातें नहीं करते। भारत की मौजूदा टीम के किसी भी खिलाड़ी को हैडिंग्ले में खेलने का अनुभव नहीं है लेकिन रहाणे ने कहा कि टीम के खिलाड़ी इससे चिंतित नहीं हैं। रहाणे ने कहा कि यह बल्लेबाज या गेंदबाज के रूप में लय हासिल करने से जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनौतीपूर्ण नहीं है। जब आप लय में होते हो तो इसे बरकरार रखना होता है और अपने ऊपर विश्वास रखना होता है। मुझे हैडिंग्ले में खेलने में कोई समस्या नजर नहीं आती।

रहाणे ने कहा कि यह सब दिमाग में होता है और हम मानसिक रूप से मजबूत हैं। सभी खिलाड़ी अच्छी स्थिति में हैं। मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने गेंद के अलावा बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन करते हुए नौवें विकेट के लिए उस समय 89 रन की अटूट साझेदारी की जब भारत 209 रन पर आठ विकेट गंवा चुका था। इस साझेदारी ने मैच को इंग्लैंड की जद से बाहर कर दिया। यह पूछने पर कि क्या पुछल्ले बल्लेबाजों की बल्लेबाजी से विरोधी टीम के सलामी बल्लेबाजों पर असर पड़ा, रहाणे ने कहा कि इसका बल्लेबाजों पर असर पड़ता है। सात या आठ विकेट गिरने के बाद वे अपनी बल्लेबाजी के बारे में सोचने लगते हैं। 

आपने देखा होगा कि उन्होंने स्लिप में आभासी बल्लेबाजी का अभ्यास शुरू कर दिया था, उन्होंने वार्मअप और फुटवर्क भी शुरू कर दिया था। रहाणे ने साथ ही कहा कि शारदुल ठाकुर फिट हैं। उन्होंने कहा कि वह चयन के लिए तैयार हैं। हमें सिर्फ यह देखना होगा कि हम किसी संयोजन के साथ उतरते हैं। रोटेशन के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि हमें पिछले टेस्ट के बाद अच्छा ब्रेक मिला है इसलिए सभी तेज गेंदबाज खेलने के लिए तैयार हैं जो अच्छा संकेत है।