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बीजिंग : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने का चीन के अपने समकक्ष और ‘अच्छे मित्र' शी जिनपिंग का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इससे कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि वह चीन के मानवाधिकार उल्लंघन को देखते हुए इन खेलों के कूटनीतिक बहिष्कार की योजना बना रहे हैं। पुतिन अगले साल फरवरी में शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए बीजिंग आएंगे और वह 2019 में मध्य चीन के वुहान प्रांत में कोविड-19 महामारी फैलने के बाद जिनपिंग से आमने सामने की बैठक करने वाले पहले राष्ट्राध्यक्ष होंगे। 

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने मंगलवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि चीन और रूस के बीच बड़ी प्रतियोगिताओं में एक साथ जश्न मनाने की परंपरा है। 2014 में शी ने रूस के सोच्चि में शीतकालीन ओलंपिक उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया था। अब राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने अच्छे मित्र पुतिन को बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने खुशी के साथ निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।

लिजियान ने कहा कि दोनों देश दौरे को लेकर एक दूसरे के करीबी संपर्क में हैं। हमारा विश्वास है कि यह एक बार फिर चीन और रूस की साझेदारी को दर्शाता है जो सर्वश्रेष्ठ हित के लिए एक-दूसरे की मदद करते हैं। हम उम्मीद और विश्वास है कि दोनों देशों के खिलाड़ी नए रिकॉर्ड बनाएंगे और शानदार तथा सुरक्षित ओलंपिक के आयोजन में हम नए योगदान देंगे। बाइडेन ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह फरवरी में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक के कूटनीतिक बहिष्कार पर विचार कर रहे हैं। 

बीजिंग अगले साल फरवरी में शीतकालीन ओलंपिक के भव्य आयोजन की तैयारियां कर रहा है। इस प्रतियोगिता के आयोजन से बीजिंग ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलंपिक दोनों की मेजबानी करने वाला दुनिया का पहला शहर बन जाएगा। शहर में 2008 में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था। अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और कई अन्य पश्चिमी देशों के कूटनीतिक बहिष्कार का हिस्सा बनने की उम्मीद थी जिसका मतलब होगा कि इनके नेता और राजनयिक उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे लेकिन उनके खिलाड़ी खेलों में हिस्सा लेंगे।