Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के युवा टेस्ट बल्लेबाज पृथ्वी शॉ पर बीसीसीआइ ने आठ महीने का बैन लगा दिया था जिसके चलते वह डिप्रेशन का शिकार हो गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पृथ्वी ने सेहत में सुधार लाने के लिए भारत छोड़ दिया है और बैन से जुड़ी खबरों से दूरी बनाने के लिए इंग्लैंड चले गए हैं। पृथ्वी पर लगा आठ महीने का बैन 15 नवंबर को खत्म होगा।

ये है पूरा मामला

इस 19 वर्षीय क्रिकेटर ने फरवरी में इंदौर के खेली गई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान यूरीन का सैंपल दिया था जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ (Doping) पाए जाने के बाद बीसीसीआइ ने उनपर आठ महीने का बैन लगा दिया था। बीसीसीआई ने पृथ्वी शाॅ का ये टेस्ट अपने एंटी डोपिंग प्रोग्राम के तहत कराया था। पृथ्वी पर बैन मार्च से ही शुरू हो गया था। हालांकि वह आईपीएल का भी हिस्सा था जिसके बाद बीसीसीआई पर सवाल भी उठे थे कि उन्होंने टेस्ट के नतीजों के लिए इतना इंतजार क्यों किया। 

 

गलती से पी थी प्रतिबंधित ड्रग वाली दवाई 

बैन के बाद पृथ्वी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए इस बात का खुलासा किया था कि खांसी के बाद मैंने कफ सिरप पी लिया था जिसमें मौजूद प्रतिबंधित पदार्थ की वजह से वह टेस्ट में फैल हो गए। ऐसा अनजाने में हुआ था। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मैं पैर में लगी चोट से जूझ रहा था। मैं ठीक हो रहा था और मुझे मैदान पर जल्दी लौटना था और इसी की वजह से मैंने सावधान रहने के लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं। मैं अब भी अपनी चोट से जूझ रहा हूं जो पिछले टूर्नामेंट में मुझे लगी थी। इस खबर से मैं काफी सदमे में हूं। 

पृथ्वी की टेस्ट पारी

पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए अब तक दो टेस्ट मैच खेले हैं जिसमे उन्होंने 118.50 की औसत से 237 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने पहले टेस्ट में शतक जबकि दूसरे में अर्धशतक जड़ा है।