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मुंबई : संन्यास लेने का फैसला पूरी तरह से महेंद्र सिंह धोनी के अधिकार क्षेत्र में आता है लेकिन मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने रविवार को स्पष्ट किया कि आने वाले समय में युवा ऋषभ पंत को विकेटकीपर के तौर पर सभी प्रारूपों में भारत के पहले विकल्प के रूप में ‘तैयार' किया जाएगा। धोनी ने इतनी अटकलबाजियों के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा नहीं की लेकिन उन्होंने अगले दो महीनों के लिए खुद को अनुपलब्ध कर दिया क्योंकि वह प्रादेशिक सेना में अपनी रेजीमेंट की सेवा करना चाहते हैं। 

पूर्व कप्तान धोनी की भविष्य की योजनाओं का खुलासा किए बिना प्रसाद ने कहा कि उनके जैसा महान खिलाड़ी जानता है कि कब संन्यास लिया जाए लेकिन भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा चयनकर्ताओं द्वारा ही निर्धारित की जाएगी। प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘संन्यास लेना पूरी तरह से निजी फैसला है। धोनी जैसा महान क्रिकेटर जानता है कि कब संन्यास लिया जाए। भविष्य में क्या किया जाएगा, यह चयन समिति के हाथों में है। मुझे नहीं लगता कि हमें इस पर ज्यादा कुछ चर्चा करने की जरूरत है। पहली बात, वह उपलब्ध नहीं है। दूसरी, हमने पहले ही युवाओं को तैयार करना शुरू कर दिया था।' 

पूर्व भारतीय टेस्ट विकेटकीपर चाहते हैं कि आगामी दिनों में पंत को धोनी के नक्शेकदमों पर चलने के लिये ज्यादा से ज्यादा मौके दिये जायें। प्रसाद ने कहा, ‘धोनी सीरीज के लिए अनुपलब्ध हैं। उन्होंने अपनी अनुपलब्धता व्यक्त कर दी है। यह कहने का मतलब है कि हमने विश्व कप तक एक निश्चित खाका तैयार किया था और योजनाएं बनाई थीं। विश्व कप के बाद हमने कुछ और रणनीतियां बनाई हैं और हमने ऋषभ पंत को ज्यादा से ज्यादा मौके देने के बारे में सोचा था कि देखेंगे कि वह कैसे तैयार होता है। इस समय हमारी योजना यही है और हमने इसके बारे में उससे (धोनी से) भी बात की थी।' 

पंत पहले ही टेस्ट में पहली पंसद हैं और अब धोनी के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बन गई है तो वह सभी तीनों प्रारूपों में पहली पसंद बन गया है। इक्कीस साल का यह खिलाड़ी काफी प्रतिभावान है लेकिन विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली हार के अलावा कई महत्वपूर्ण क्षणों में उसके शाट चयन पर सवाल उठाए गए। हालांकि प्रसाद ने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई 32 रन की उनकी पारी की प्रशंसा की जिसमें 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने पांच रन पर तीन विकेट खो दिए थे। प्रसाद ने कहा, ‘वह बहुत बढ़िया खेला। विशेषकर उस परिस्थिति में, उसने काफी अच्छी बल्लेबाजी की।'