नई दिल्ली : भारतीय भाला फेंक स्टार नीरज चोपड़ा की माँ के हाथ का बना स्वादिष्ट व्यंजन चूरमा खाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हुए। इस विशेष मुलाकात चूरमा खाने के बाद श्री मोदी ने नीरज की मां को एक पत्र लिखा और उनका धन्यवाद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में लिखा- आदरणीया सरोज देवी जी, सादर प्रणाम। आशा है आप स्वस्थ, सकुशल और सानंद होंगी। कल जमैका के प्रधानमंत्री जी की भारत यात्रा के अवसर पर आयोजित भोज में मुझे भाई नीरज से मिलने का अवसर मिला। उनसे चर्चाओं के बीच मेरी खुशी तब और बढ़ गई, जब उन्होंने मुझे आपके हाथों से बना स्वादिष्ट चूरमा दिया। आज इस चूरमे को खाने के बाद आपको पत्र लिखने से खुद को रोक ना सका।
भाई नीरज अक्सर मुझसे इस चूरमे की चर्चा करते हैं, लेकिन आज इसे खाकर मैं भावुक हो गया। आपके अपार स्रेह और अपनेपन से भरे इस उपहार ने मुझे मेरी मां की याद दिला दी। मां शक्ति, वात्सल्य और समर्पण का रूप होती है। यह संयोग ही है कि मुझे मां का ये प्रसाद नवरात्र पर्व के एक दिन पहले मिला है। मैं नवरात्रि के इन नौ दिनों में उपवास करता हूं। एक तरह से आपका ये चूरमा मेरे उपवास के पहले मेरा मुख्य अन्न बन गया है। जिस तरह आपका बनाया भोजन जैसे भाई नीरज को देश के लिए मेडल जीतने की ऊर्जा देता है। वैसे ही ये चूरमा, अगले नौ दिन मुझे राष्ट्र मेवा की शक्ति देगा। शक्ति पर्व नवरात्र के इस अवसर पर मैं आपके साथ, देशभर की मातृशक्ति को ये विश्वास दिलाता हूं कि में विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए और अधिक सेवाभाव से निरंतर काम में जुटा रहूंगा।
नीरज को नए कोच की जरूरत
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने कहा कि उन्होंने (बार्टोनिट्ज) ने हमें बताया कि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और अब समय आ गया है कि नीरज एक (नए) कोच के साथ काम करें जो उनके खेल को और आगे बढ़ा सके। वहीं नीरज ने कहा, “हम कई बार देखते हैं कि हम एक ही प्लान को फॉलो कर रहे हैं और एक ही एक्सरसाइज कर रहे हैं। मुझे ऐसा लगता है कि मुझे कुछ बदलाव लाना चाहिए। एक जर्मन शॉट पुटर था जिसने कहा था कि यदि आप एक ही काम कर रहे हैं तो अलग-अलग परिणामों की उम्मीद न करें। अब मुझे लगता है कि मुझे अपना वर्कआउट और अपनी मानसिकता बदलनी होगी। मुझे लगता है कि इससे फर्क पड़ सकता है।