नई दिल्ली : गगनजीत भुल्लर ने PGTI (प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया) द्वारा उन्हें निलंबित करने के फैसले पर सवाल उठाते हुए इसे ‘अनुचित, अनधिकृत और दुर्भावनापूर्ण' बताया और आरोप लगाया कि यह कदम जानबूझकर अगले महीने होने वाले डीपी वर्ल्ड इंडिया टूर्नामेंट में 17 खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा करने से रोकने के लिए उठाया गया है। भुल्लर उन 17 गोल्फरों में से एक हैं जिन्हें इस महीने की शुरुआत में युवराज सिंह द्वारा समर्थित लीग में भाग लेने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
भुल्लर ने PGTI की संचालन संस्था को लिखे पत्र में लिखा, ‘ऐसा लगता है कि 17 सदस्यों को तुरंत निलंबित करने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है ताकि वे 16 से 19 अक्टूबर 2025 तक होने वाले डीपी वर्ल्ड इंडिया टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए अयोग्य हो जाएं जिसके लिए प्रविष्टियां 25 सितंबर 2025 को बंद हो जाएंगी।'
एशियाई टूर में 11 बार के विजेता ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें प्रवेश से वंचित किया गया तो उनके पास कानूनी रास्ता अपनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। उन्होंने कहा, ‘संचालन संस्था द्वारा हस्ताक्षर करने वालों की बात पर विचार नहीं करने की स्थिति में उन्हें कानूनी कार्रवाई शुरू करने और अपने साथ हुए अनुचित कदम और अपमान के लिए हर्जाना मांगने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।'
भुल्लर के अलावा अमन राज, हरेंद्र गुप्ता, करणदीप कोचर और सचिन बैसोया उन अन्य खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें 17-19 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के जेपी ग्रीन्स में आईजीपीएल में खेलने के कारण कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। आईजीपीएल की तारीख पीजीटीआई के चेन्नई ओपन के साथ ही थीं जो विवाद का विषय बन गया है। भुल्लर ने बिना सुनवाई के तत्काल निलंबन लगाने के अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के अधिकार पर ही सवाल उठाया।