खेल डैस्क : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए स्टेडियम तैयार नहीं कर पा रही है। 30 वर्षों में पाकिस्तान को पहली बार आईसीसी आयोजन मिला है लेकिन आयोजन के 5 सप्ताह पहले ही उनके तीनों स्टेडियम में निर्माण कार्य अधूरे चल रहे हैं। पाकिस्तान के कराची में नेशनल स्टेडियम, लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम और रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में निर्माण कार्य चल रहा है, आईसीसी इस पर नजरें बनाए हुए हैं। ताजा रिपोर्ट यह है कि निश्चित तारीख तक स्टेडियम बुरी तरह से तैयार होते नहीं दिख रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार- स्टेडियम से बहुत ही निराशाजनक तस्वीरें सामने आई हैं। सभी 3 स्टेडियम तैयार होने से बहुत दूर हैं। वहां नवीनीकरण नहीं बल्कि निर्माण कार्य चल रहा है। सीटों, फ्लडलाइट का बहुत सारा काम बाकी है। आउटफील्ड भी बनी नहीं है। पीसीबी तीन स्टेडियमों को तैयार करने के लिए 31 दिसंबर की समय सीमा लेकर चल रहा था जोकि पार हो चुकी है। अब अनुमान है कि 12 फरवरी तक काम मुकम्मल हो सकता है। भारत और बीसीसीआई पहले से ही अपने खेलों को संयुक्त अरब अमीरात में स्थानांतरित करने के लिए दबाव डाल रहे हैं, ऐसे में पाकिस्तान पर पहले से ही यह सुनिश्चित करने का दबाव है कि चीजें बिना किसी दिक्कत के आगे बढ़ें।
बताया जा रहा है कि तेजी से निर्माण और फिनिशिंग का काम करने में मौसम बड़ी दिक्कत है। गद्दाफी में अभी तक प्लास्टर का काम भी पूरा नहीं हुआ है। ज्यादातर काम पड़ा है। ड्रेसिंग रूम पूरी तरह तैयार नहीं है। आईसीसी आयोजन के लिए टेंपरेरी कमरे नहीं चलेंगे। पाकिस्तान ने आखिरी बार 1996 विश्व कप की मेजबानी की थी। वह बीते कुछ सालों से स्टेडियम के रखरखाव की समस्या से वह जूझ रहे हैं। आईसीसी भी स्थिति से सावधान है और उम्मीद लगाए हुए है कि टी20 विश्व कप में अमेरिका की तरह किरकिरी न हो जाए। आईसीसी के पास एक चेकलिस्ट है जिसे पूरा करना होगा। नेशनल स्टेडियम में एक कोना बनाया ही नहीं जाएगा क्योंकि पर्याप्त समय नहीं है।
अगर स्टेडियम समय पर तैयार नहीं हुए तो टूर्नामेंट को अंतिम समय में स्थानांतरित करने की संभावना पर सूत्र ने कहा कि यह कोई स्पष्ट बात नहीं है कि अगर पीसीबी समय सीमा से चूक जाता है और आयोजन स्थल आईसीसी चेकलिस्ट के अनुरूप नहीं होते हैं तो क्या होगा। टूर्नामेंट अर्ध-तैयार स्थानों पर नहीं खेला जा सकता है। अगले सप्ताह भविष्य पर अधिक स्पष्टता मिलेगी लेकिन पीसीबी और आईसीसी को मिलकर एक चमत्कार करने की जरूरत है।
वहीं, पीसीबी ने इस बीच घोषणा की है कि पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका की आगामी त्रिकोणीय श्रृंखला अब लाहौर और कराची में होगी। ताकि स्टेडियमों को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयार करने में मदद मिल सके। इससे पहले वनडे सीरीज केवल मुल्तान में ही होनी थी। पीसीबी ने पुष्टि की कि लाहौर का गद्दाफी स्टेडियम जनवरी के अंत में उद्घाटन के लिए समय पर तैयार हो जाएगा, जिससे मैदान की क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। इस बीच, रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम को और छोटे बदलावों का सामना करना पड़ रहा है और उम्मीद है कि यह जल्द ही तैयार हो जाएगा। 25 जनवरी की समय सीमा को पूरा करने के लिए 250 से अधिक कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, पीसीबी को भरोसा है कि अपग्रेड से प्रशंसकों का अनुभव बढ़ेगा और एक प्रमुख क्रिकेट स्थल के रूप में पाकिस्तान की प्रतिष्ठा बरकरार रहेगी।