जालन्धर (जसमीत सिंह) : 913 सप्ताह बाद यानी लगभग साढ़े 17 साल बाद क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जुड़ गया है। दरअसल बीते दिनों आयरलैंड को आईसीसी की ओर से टेस्ट क्रिकेट खेलने का दर्जा दिया गया था। इसी के तहत आयरलैंड का पहला टेस्ट मैच पाकिस्तान के खिलाफ 11 मई यानी शुक्रवार को डबलिन में शुरू होना था। पहले दिन बारिश के कारण टॉस भी नहीं हो सका था। अब शनिवार को मौसम साफ होने के बाद टॉस हुआ। आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी है। इस ऐतिहासिक मैच में आयरलैंड के तेज गेंदबाज बॉयड रैंकिन ने मैदान में पैर रखते ही इतिहास रच दिया। 6 फीट 7 इंच लंबे बॉयड ऐसे 15वें प्लेयर बन गए हैं जिन्होंने दो देशों की ओर से क्रिकेट खेला। बॉयड इससे पहले इंगलैंड क्रिकेट टीम में थे।
बॉयड ने 2013-2014 की एशेज में एकमात्र टेस्ट मैच खेला था जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 28 रन से जीत लिया था। रैंकिन का इस मैच में प्रदर्शन औसत रहा था। उन्हें सिर्फ एक पारी में गेंदबाजी करने का मौका मिला जिसमें उन्होंने 12.3 ओवर फेंकते हुए 47 रन देकर एक विकेट प्राप्त किया। बैटिंग करते हुए पहली पारी में वह 22 गेंद में 13 तो दूसरी पारी में 0 पर ही आऊट हो गए थे। वह इंगलैंड की तरफ से सात वनडे और 2 टी-20 भी खेल चुके हैं।
39 साल की उम्र में ईडी जोयस करेंगे डैब्यू
पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में उतरते ही 39 साल के ईडी जोयस ने भी इतिहास बना दिया। वह इतनी उम्र में टेस्ट में डैब्यू करने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं। ईडी जोयस का फस्र्ट क्लास करियर शानदार रहा है। वह 48 की औसत से 18,414 रन बना चुके हैं।
फैक्ट : टेस्ट डैब्यू आसान नहीं रहा किसी भी टीम के लिए
टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो इसकी शुरुआत 15 मार्च 1877 में ऑस्ट्रेलिया और इंगलैंड के बीच टेस्ट मैच में हुई थी इसे ऑस्ट्रेलिया ने जीता था। इसके बाद 1889 में साऊथ अफ्रीका, 1928 में वैस्टइंडीज, 1930 में न्यूजीलैंड, 1932 में भारत, 1952 में पाकिस्तान, 1982 में श्रीलंका ने डैब्यू किया लेकिन वह अपना पहला ही मैच हार गए। केवल 1992 में डैब्यू करने वाला जिम्बाब्वे ही अपना पहला टेस्ट ड्रा करवाने में सफल रहा था। 2000 में बांगलादेश ने भी टेस्ट डैब्यू किया था जिसमें उसे हार झेलनी पड़ी थी। आंकड़ें गवाह है कि किसी भी टीम के लिए टेस्ट डैब्यू अच्छा प्रमाण लेकर नहीं आता।