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नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज रुद्रप्रताप सिंह ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। आरपी सिंह ने ट्विटर पर एक भावुक संदेश को पोस्ट करके सबका शुक्रिया किया और मैदान पर फिर कभी ना उतरने का ऐलान किया।  उन्होंने 4 सितम्बर 2005 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में वन-डे मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का आगाज किया था और 4 सितम्बर को ही संन्यास का दिन चुना।

2007 के टी20 विश्वकप में आरपी सिंह ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था और भारत ने टूर्नामेंट में जीत भी दर्ज की थी। भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस खिलाड़ी ने 14 टेस्ट, 58 वन-डे और 10 टी20 मैचों में शिरकत की। इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में भी 5 टीमों का प्रतिनिधित्व किया। टेस्ट मैचों में उन्होंने 40 विकेट चटकाए। वन-डे मैचों में 69 और टी20 क्रिकेट में इस तेज गेंदबाज ने 15 विकेट अपने नाम किए। 
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आरपी सिंह ने अपने ट्विटर पर बड़ा सन्देश लिखते हुए क्रिकेटिंग जीवन में साथ रहे सभी लोगों को धन्यवाद कहा। अपने सन्देश के बाद आरपी सिंह ने अपनी उस जर्सी की फोटो भी पोस्ट की जो उन्हें टीम के साथ खेलते हुए पहले मैच में मिली थी। यह टी-शर्ट उस समय उनके साथ खेलने वाले खिलाड़ियों के हस्ताक्षर से भरी हुई है।

भावुक होकर दिए गए विदाई संदेश के कुछ खास अंश
आरपी सिंह ने भावुक होकर लिखा- '13 साल पहले आज ही के दिन, 4 सितंबर 2005 को मैंने पहली बार भारतीय जर्सी पहनी थी।' इसके अलावा उन्होंने इस संदेश में अपने परिवार, बीसीसीआई और राज्य क्रिकेट संघ को भी शुक्रिया कहा। उनके इस विदाई संदेश में भावुक आरपी ने एक जगह लिखा कि, 'मेरी आत्मा और दिल आज भी उस युवा लड़के के साथ है जिसने पाकिस्तान के फैसलाबाद में करियर का आगाज किया था, जो लेदर बॉल को अपने हाथ में रखते हुए सिर्फ खेलना चाहता था। शरीर अहसास दिला रहा है कि अब मेरी उम्र हो चुकी है और युवा खिलाड़ियों के लिए जगह खाली करने का समय आ गया है।'