स्टावेंगर (नॉर्वे) : भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने यहां दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के खिलाफ पहली बार क्लासिकल बाजी में जीत दर्ज करते हुए नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में एकल बढ़त बना ली। कार्लसन को रेपिड/प्रदर्शनी मुकाबलों में हरा चुके 18 साल के प्रज्ञानानंदा ने तीन दौर के बाद 5.5 अंक के साथ बढ़त बना ली है। प्रज्ञानानंदा ने सफेद मोहरों से खेलते हुए जीत दर्ज की और इस हार के साथ कार्लसन अंक तालिका में पांचवें स्थान पर खिसक गए।
क्लासिकल शतरंज को धीमे शतरंज के रूप में भी जाना जाता है और इसमें खिलाड़ी को चाल चलने के लिए पर्याप्त समय मिलता है और आम तौर पर एक खिलाड़ी के पास कम से कम एक घंटे का समय होता है। इस प्रारूप में कार्लसन और प्रज्ञानानंदा के बीच पिछली तीन बाजियां ड्रॉ रही थी। प्रज्ञानानंदा की बहन आर वैशाली भी महिला वर्ग में शीर्ष पर चल रही हैं। उनके भी 5.5 अंक हैं। वैशाली ने तीसरे दौर में यूक्रेन की अन्ना मुजीचुक से ड्रॉ खेला।
पुरुष वर्ग की अन्य बाजियों में अमेरिका के दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना ने गत विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को हराया। इस हार के साथ लिरेन छह खिलाड़ियों की तालिका में अंतिम स्थान पर खिसक गए। अमेरिका के हिकारू नाकमूरा ने फ्रांस के अलीरेजा फिरोजा के खिलाफ क्लासिकल बाजी ड्रॉ रहने के बाद आर्मागेडोन (सडन डेथ) बाजी जीतकर डेढ़ अंक हासिल किए। नाकामूरा अंक तालिका में तीसरे स्थान पर हैं और चौथे दौर में प्रज्ञानानंदा से भिड़ेंगे।