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मीरपुर : भारतीय महिला कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) ने शनिवार को बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच के दौरान अंपायरिंग की आलोचना करते हुए इसे ‘बेहद निराशाजनक' करार दिया। बांग्लादेश ने 3 एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के आखिरी मैच में 4 विकेट पर 225 रन बनाने के बाद भारत की पारी को 49.3 ओवर में इसी स्कोर पर समेट दिया। 

लक्ष्य का पीछा करते समय भारतीय टीम एक समय 4 विकेट पर 191 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी लेकिन इसके बाद टीम ने 34 रन के अंदर आखिरी छह विकेट गंवा दिए। 

 

 

हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा कि इस श्रृंखला से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। क्रिकेट के अलावा जिस तरह की अंपायरिंग हुई, उससे मैं आश्चर्यचकित हूं। मुझे लगता है बांग्लादेश के अगले दौरे पर हमें इस (खराब अंपायरिंग के) तरह की चीजों के लिए तैयार होकर आना पड़ेगा।


भारत को जेमिमा रोड्रिग्स (नाबाद 33) और मेघना सिंह (6) की आखिरी जोड़ी टीम को जीत के करीब ले गई, लेकिन मेघना के खिलाफ विकेट के पीछे विवादास्पद कैच से मैच बराबरी पर छूटा। जेमिमा और मेघना दोनों इस कैच के फैसले से नाखुश दिखीं। भारत के कप्तान ने मैदानी अंपायरों मुहम्मद कमरुज्जमां और तनवीर अहमद की आलोचना की। यह दोनों अंपायर स्थानीय है।

 

 

हरमनप्रीत ने कहा कि उन्होंने (बांग्लादेश) वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की, स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी की। वे दौड़कर रन चुरा रहे थे। जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो हमने खेल को बहुत अच्छी तरह से नियंत्रित किया, लेकिन जैसा कि मैंने पहले उल्लेख किया बेहद खराब अंपायरिंग से मैच का रुख बदल गया।

उन्होंने कहा कि हम अंपायरों द्वारा दिए गए कुछ फैसलों से वास्तव में निराश हैं। भारतीय कप्तान ने नाहिदा अख्तर की गेंद पर 14 रन पर पगबाधा आउट दिए जाने पर हताशा में अपना बल्ला स्टंप पर मारा था।