बेंगलुरू : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के फारवर्ड ललित उपाध्याय को लगता है कि खिलाड़ियों को 23 जुलाई से शुरू होने वाले तोक्यो ओलंपिक खेलों से पहले मौकों को गोल में बदलने पर काम करने की जरूरत है। अर्जेंटीना के हाल के दौरे में भारतीय टीम ने चार अभ्यास मैचों में 12 गोल तथा ओलंपिक चैंपियन के खिलाफ ही दो एफआईएच प्रो लीग मैचों में पांच गोल किये थे लेकिन ललित ने कहा कि अब भी सुधार की जरूरत है क्योंकि नौ गोल पेनल्टी कार्नर पर किये गए।
ललित ने कहा कि अर्जेंटीना के खिलाफ मैच बड़े स्कोर वाले थे और मजबूत रक्षापंक्ति वाली अर्जेंटीना जैसी टीम के खिलाफ मैदानी गोल करना आसान नहीं था। पिछले कुछ महीनों में हमने वास्तव में मौकों को गोल में बदलने और पेनल्टी कार्नर हासिल करने पर काफी काम किया। हमने इस पर भी काम किया है कि हमें 25 मीटर के सर्किल में कैसे काम करना चाहिए। टीम को सर्किल के अंदर मौके भुनाने में अधिक तेजतर्रार होना होगा।
उन्होंने कहा कि हम वर्तमान शिविर में इस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद टीम तोक्यो ओलंपिक में पदक जीत सकती है। कोर ग्रुप के सभी खिलाड़ियों को लगता है कि यह (तोक्यो ओलंपिक) पदक जीतने का हमारे पास सर्वश्रेष्ठ मौका है और हम इससे पहले की तमाम चुनौतियों के बावजूद इस पर काम जारी रखे हुए हैं।