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मुंबई : सिद्धेश लाड की अगुआई वाली मुंबई साउथ सेंट्रल मराठा रॉयल्स ने यहां प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए ग्रैंड फाइनल में श्रेयस अय्यर की अगुआई वाली सोबो मुंबई फाल्कंस को 5 विकेट से हराकर टी20 मुंबई लीग 2025 का खिताब जीत लिया। इसी के साथ ही अय्यर का एक और टी20 लीग का खिताब जीतने का सपना टूट गया। इससे पहले अय्यर की कप्तानी में 11 साल बाद फाइनल में पहुंचने वाली आईपीएल टीम पंजाब किंग्स को खिताबी मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। 
 
भारत की पहली विश्व कप विजेता टीम कपिल देव और दिलीप वेंगसरकर तथा 2024 टी20 विश्व कप विजेता कप्तान रोहित शर्मा की मौजूदगी वाले खचाखच भरे वानखेड़े स्टेडियम में सोबो मुंबई फाल्कंस ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए मयूरेश टंडेल (नाबाद 50) के धैर्यपूर्ण अर्धशतक तथा हर्ष अघव के नाबाद 45 रनों की बदौलत 157/4 का प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाया। जवाब में चिन्मय सुतार (53) ने तेज अर्धशतक के साथ एमएससी मराठा रॉयल्स की जीत की नींव रखी जिसमें साहिल जाधव (22), सचिन यादव (19) और विस्फोटक अवैस खान (38) का बहुमूल्य योगदान रहा। 

कप्तान सिद्धेश लाड (15) और साहिल ने 32 रनों की तेज साझेदारी करके रॉयल्स को स्थिर शुरुआत दी। इसके बाद चिन्मय ने दो महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं जिसमें सचिन यादव के साथ 41 रनों की साझेदारी और उसके बाद अवैस खान के साथ 63 रनों की साझेदारी शामिल थी। इससे रॉयल्स ने लक्ष्य का पीछा मजबूती से खेल को अपने नियंत्रण में कर लिया। हालांकि, 10 गेंदों पर केवल आठ रनों की आवश्यकता के साथ, बाएं हाथ के स्पिनर कार्तिक मिश्रा ने नाटकीय रूप से अंतिम ओवर में अवैस और चिन्मय दोनों को आउट करके फाल्कन्स को मुकाबले में वापस ला दिया। 

अंतिम ओवर में सात रन की जरूरत थी। ऐसे समय में रोहन राजे ने अपना धैर्य बनाए रखते पहली गेंद पर चौका लगाया और चार गेंद शेष रहते जीत सुनिश्चित की जिससे रॉयल्स को तनावपूर्ण लेकिन अच्छी जीत मिली। इससे पहले पहले बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आए फाल्कंस शुरुआती लय पाने में विफल रहे। दोनों सलामी बल्लेबाजों अंगकृश रघुवंशी (7) और ईशान मूलचंदानी (20) सिर्फ 33 रन पर विकेट गंवा बैठे। कप्तान श्रेयस अय्यर (12) और अमोघ भटकल (16) भी अपनी शुरुआत का फायदा उठाए बिना आउट हो गए। 

बाएं हाथ के स्पिनर वैभव माली ने फाल्कंस को शुरू में ही परेशान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने रघुवंशी को आउट किया और फिर अय्यर का बेशकीमती विकेट लिया। 12 ओवर के बाद 72/4 पर संघर्ष करते हुए फाल्कंस मुश्किल में थे, इससे पहले मयूरेश और हर्ष ने पांचवें विकेट के लिए 85 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। उनकी अटूट साझेदारी ने न केवल पारी को संभाला, बल्कि टीम को फाइनल के दूसरे हाफ में महत्वपूर्ण गति भी दी।