Sports

नई दिल्ली : ओलंपिक रजत पदक विजेता भारोत्तोलक मीराबाई चानू इस हफ्ते अमेरिका में एक महीने लंबे ट्रेनिंग कार्यक्रम के साथ इस साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों की तैयारी शुरू करेंगी। मीराबाई और भारत के मुख्य भारोत्तोलक कोच विजय शर्मा गुरुवार रात अमेरिका के सेंट लुइ के लिए रवाना होंगे और वहां कम से कम एक महीने ट्रेनिंग करेंगे। 

शर्मा ने बताया, ‘हमने अभी चार से पांच हफ्ते रहने की योजना बनाई है लेकिन इसमें इजाफा भी किया जा सकता है।' उन्होंने कहा, ‘हम वहां जाकर देखेंगे कि चीजें कैसी रहती हैं। अभी अप्रैल के अंतिम हफ्ते तक वहां रहने की योजना है लेकिन हम एक महीने के बाद प्रगति का आकलन करेंगे और फिर फैसला करेंगे कि हमें और अधिक समय वहां रहना है या नहीं।' असंतुलन के कारण चानू को स्नैच वर्ग में परेशानी होती थी क्योंकि इससे उनके दाएं कंधे और कमर पर असर पड़ता था। 

टोक्यो ओलंपिक से पहले हालांकि अमरीका में डॉ. आरोन होर्शिग से सलाह लेने से उन्हें काफी फायदा हुआ। डॉ. आरोन पूर्व भारोत्तोलक थे जो बाद में फिजियोथेरेपिस्ट और मजबूती एवं अनुकूल कोच बन गए। पिछले महीने एक साक्षात्कार में मीराबाई ने एक बार फिर डॉ. आरोन के साथ काम करने की इच्छा जताई थी। शर्मा ने कहा, ‘हां, हम एक बार फिर डॉ. आरोन के साथ काम करेंगे। हम हफ्ते में तीन दिन उनके पास जाएंगे और फिर जब उनकी जरूरत होगी तो फिर उन्हें ट्रेनिंग के लिए बुलाएंगे।' 

मीराबाई के अलावा पांच अन्य भारोत्तोलकों जेरेमी लालरिननुंगा, अचिंता श्युली, संकेत सागर, बिंदियारानी देवी और झिली डालबेहड़ा को भी ट्रेनिंग के लिए अमेरिका जाना है लेकिन उन्हें वीजा का इंतजार है। पिछले महीने सिंगापुर में अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई ने बर्मिंघम में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए 49 किग्रा और 55 किग्रा दोनों वर्ग में क्वालीफाई कर लिया है। मीराबाई ने 49 किग्रा वर्ग में ओलंपिक रजत पदक जीता था। चानू राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार की पदक विजेता हैं। उन्होंने 2014 में ग्लास्गो में रजत जबकि 2018 में गोल्ड कोस्ट में स्वर्ण पदक जीता।