खेल डैस्क : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मौजूदा संस्करण में लखनऊ सुपर जाइंट्स के युवा तेज गेंदबाज मयंक यादव सर्वाधिक चर्चा बटोर रहे हैं। महज 2 मैच खेले मयंक ने 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सबको चौका दिया है। वह सीजन की सबसे तेज गेंद भी फेंक चुके हैं। मयंक ने पंजाब किंग्स के बाद सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 3-3 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच पुरुस्कार भी जीता था। मयंक की चर्चा बढ़ने पर उनकी मां ममता यादव आगे आई हैं, उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान मयंक से जुड़े रोचक खुलासे किए हैं।
ममता यादव ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि बेटा दो साल से शाकाहारी हैं। पहले वह नॉनवेज लेता था लेकिन बाद में उसने अपना डाइट चार्ज बदल दिया। ममता ने कहा कि मयंक अभी शाकाहारी बन गया है। पहले वह नॉनवेज खाना खाता था। वह पिछले 2 साल से शाकाहारी खाना खा रहा है। वह अपने डाइट चार्ट के आधार पर हमसे जो भी बनाने को कहेंगे, हम उनके लिए बनाएंगे। वह कुछ भी विशेष नहीं खाता। दाल, रोटी, चावल, दूध, सब्जी आदि उससे चाहिए।
मयंक ने मांसाहारी भोजन क्यों छोड़ा, सवाल पर ममता स्पष्ट नहीं थीं। उन्होंने माना कि शायद पिछले कुछ सालों से मयंक का भगवान कृष्ण में विश्वास बढ़ा है। शायद इसी कारण उसने ऐसा किया। या ऐसा भी हो सकता है कि उसके शरीर को यह सूट न कर रहा हो। वैसे भी हमने ठीक से कारण जानने की कोशिश नहीं की। वह कहता था कि वह जो कुछ भी कर रहा था, वह उसके खेल और उसके शरीर के लिए अच्छा था।
ममता ने इसी के साथ मयंक को जल्द टीम इंडिया की जर्सी पहने हुए देखने की इच्छा भी जाहिर की। आईपीएल में अपनी रफ्तार और विकेट लेने की क्षमता के कारण वह पहले ही चयनकर्ताओं का ध्यान खींच चुके हैं। वह टूर्नामेंट में अपने दो मैचों में छह विकेट ले चुके हैं। खास बात यह है कि वह दोनों मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच भी बने। यह किसी भी डैब्यू करने वाले प्लेयर के लिए विशेश उपलब्धि है।