नई दिल्ली : महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर को यकीन है कि लोकेश राहुल ऑस्ट्रेलिया के विकेटों पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, जैसे उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में किया था। नियमित कप्तान रोहित शर्मा पितृत्व अवकाश पर हैं जिससे भारत के पास शुक्रवार से पर्थ में शुरू हो रहे पहले टेस्ट में यशस्वी जायसवाल के सलामी जोड़ीदार के रूप में रिजर्व सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन और अनुभवी राहुल में से किसी एक को उतारने का विकल्प है। फिलहाल टीम प्रबंधन राहुल के पक्ष में दिख रहा है जो भारत के लिए पहले भी टेस्ट मैच में पारी का आगाज कर चुके हैं और पिछले साल सेंचुरियन में उन्होंने यादगार शतक जड़ा था। हालांकि 53 टेस्ट खेलने के बावजूद उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं दिखी है।
गावस्कर ने श्रृंखला के पहले टेस्ट से पूर्व कहा कि लोकेश राहुल ने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में बल्लेबाजी करते हुए सबसे बेहतरीन शतकों में से एक बनाया था जिसे मैंने देखा है इसलिए यहां भी ऐसा करना उनके लिए कोई समस्या नहीं होगी। सभी बल्लेबाजों की तरह उन्हें भी शुरुआत में थोड़े भाग्य की जरूरत होगी और अगर उन्हें यह मिल जाता है तो वह टीम को ठोस शुरुआत दिला सकते हैं। गावस्कर ने संतुलित प्लेइंग 11 चुनने की बात कही। उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को ही मौका दे चाहे दो स्पिनर ही क्यों न हो। बता दें कि भारतीय टीम में आंध्र के ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को मौका मिलने की पूरी संभावना है जो चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका भी निभाएंगे।
गावस्कर ने कहा कि अश्विन और जडेजा जैसे गेंदबाजों ने मिलकर लगभग 900 विकेट लिए हैं। उन्होंने मिलकर आधा दर्जन से अधिक टेस्ट शतक भी लगाए हैं। पूर्व भारतीय कप्तान ने अपने तर्क को स्पष्ट करते हुए कहा कि भले ही उन्हें पिच से ज्यादा मदद नहीं मिले लेकिन वे अपने कौशल और अनुभव से रन बनाने की गति को धीमा कर सकते हैं और बल्लेबाजों पर दबाव बना सकते हैं। गावस्कर को साथ ही भरोसा है कि भारत की प्रतिभावान टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में 0-3 की हार को पीछे छोड़ चुकी है और उसका ध्यान पूरी तरह से पांच मैच की आगामी श्रृंखला पर है। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक बल्लेबाज को पिछली गेंद को भूलकर अगली गेंद पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है उसी तरह अच्छी टीमें भी पिछले टेस्ट मैच में क्या हुआ था यह भूलकर अगले मैच पर ध्यान केंद्रित करती हैं।