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स्पोर्ट्स डेस्क: अपने समय में दिग्गज गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाले टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर किरन मोरे ने भारतीय टीम के पूर्व लेजेंड कप्तान सुनील गावस्कार की बल्लेबाजी के बारे में खुलासा किया है। जिसके बाद क्रिकेट के गलियारें में इस बात की जमकर चर्चा हो रही है।

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दरअसल, एक क्रिकेट वेबसाइट से बातचीत के दौरान ने गवास्कर ने कहा, 'मैंने जितने भी खिलाड़ियों को नेट्स में देखा वह उन सबमें सबसे ज्यादा खराब थे। नेट्स में वह कभी भी प्रैक्टिस जैसा कुछ करते ही नहीं थे। जब आप उनको नेट्स में प्रैक्टिस करते हुए देखते और उनके दूसरे दिन टेस्ट मैच खेलना होता था।' मोरे ने आगे कहा, 'वहीं जब अगले दिन के टेस्ट मैच में उनका खेल देखते तो वह 99.9 प्रतिशत अलग होता था। जब आप उनको नेस्ट में प्रैक्टिस करते हुए देखते तो सोच में पड़ जाते कि यह खिलाड़ी कल कैसे रन बनाएगा लेकिन जब दूसरे दिन उनकी बल्लेबाजी देखते कहते वाह क्या बात है।'

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गौरतलब है कि गावस्कर के क्रिकेटर करियर पर एक नजर डाले तो उन्होंने अपने 125 टेस्ट मैच में 51.12 की औसत से 10122 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 66.4 का रहा है। चौंकाने वाली बात तो ये हैं कि इस प्रारूप में उन्होंने वनडे के मुकाबले अधिक छक्के भी मारे हैं। टेस्ट और वनडे कॅरियर में गावस्कर के प्रारूप की तुलना की जाए तो हर स्तर पर उनका प्रदर्शन वनडे से अच्छा रहा है। टेस्ट प्रारूप में दस हजार पूरे करने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज थे गावस्कर उन्होंने टेस्ट में 34 शतक मारने का वर्ल्ड रिकॉर्म कायम किया जिसे दिसबंर साल 2005 में महान खिलाड़ी सचिन ने तोड़ा गावस्कर टेस्ट प्रारूप की दोनों इनिंग में तीन बार शतक मारने वाले पहले खिलाड़ी थे।