Sports

स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय घरेलू क्रिकेट में सबसे सफल बल्लेबाजों में शुमार वसीम जाफर आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में काफी नाम कमाया है। वे इस उम्र में भी क्रिकेट के मैदान में गजब का खेल दिखाते हैं। घरेलू क्रिकेट में जाफर ने 18 हजार रन और 10 रणजी किताब अपने नाम किए है। आज ही के दिन साल 1978 में उनका जन्म मायानगरी मुंबई में हुआ था।

PunjabKesari
दाएं हाथ के इस शानदार बल्लेबाज को डोमेस्टिक इंडियन क्रिकेट का 'सचिन तेंदुलकर' कहा जाता है। अपनी टीम को हमेशा सधी हुई शुरुआत देने वाले जाफर रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी है। जाफर ने 1996-97 में अपना डेब्यू किया था। करीब दो दशक तक खेलने के बाद आज भी इस खिलाड़ी में रन बनाने की भूख खत्म नहीं हुई है। जाफर ने टेस्ट क्रिकेट में साल 2000 में द. अफ्रीका के खिलाफ अपना पदार्पण किया था।

PunjabKesari
टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने अपना पहला शतक नागपुर (2006) में लगाया था। 31 टेस्ट मैच खेलने वाले जाफर ने 58 पारियों में 5 शतक और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1,944 रन बनाए हैं। इस खिलाड़ी के नाम कई शानदार रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। बता दें कि जाफर घरेलू क्रिकेट के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कभी कोई फाइनल मुकाबला नहीं हारा है। जाफर 1996-97 से 2012-13 के बीच 8 बार रणजी ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा रहे और अब लगातार दो बार से उन्होंने विदर्भ को खिताब जितवाने में अहम भूमिका निभाई। इस सीजन में उन्होंने 11 मैचों में 4 सेंचुरी लगाईं और 69.13 के औसत से 1037 रन बनाए। 

प्रथम श्रेणी में उन्होंने कुल 242 मैचों की 396 पारियों में 18110 रन बनाए हैं। जहां 53 शतक और 86 अर्द्धशतक इस खिलाड़ी के नाम है। वसीम जाफर ने पहला फाइनल 1996-97 सीजन में खेला था। मुंबई के लिए 18 साल खेलने के बाद उन्होंने 2015-16 में विदर्भ की तरफ से खेलना शुरू किया। फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए में खेले कुल 342 मैचों में उन्होंने 23,457 रन बनाए हैं। फर्स्ट क्लास (57) और लिस्ट ए (10) दोनों मिलाकर जाफर ने 67 शतक लगाए हैं।