कराची : पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने मोहम्मद हफीज को हाल में खराब नतीजों के कारण टीम निदेशक पद से हटाने के लिए देश के क्रिकेट बोर्ड की आलोचना की। इंजमाम ने साथ ही कहा कि जब अधिकारी ही टीम के प्रदर्शन के लिए कोई जिम्मेदारी उठाने से इनकार कर रहे हैं तो प्रशासनिक भूमिका निभा रहे पूर्व खिलाड़ियों को निशाना बनाना अनुचित है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट श्रृंखला में मिली 0-3 की हार के बाद न्यूजीलैंड से टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृखंला में मिली 1-4 की हार के बाद पिछले महीने हफीज से नाता तोड़ लिया था। हफीज का अनुबंध शुरू में कम समय के लिए था लेकिन खेल मंत्रालय की सिफारिश के बाद न्यूजीलैंड में टी20 श्रृंखला के बाद इसे समाप्त कर दिया गया।
इंजमाम ने एक टीवी शो पर कहा, ‘क्या कोई मुझे मोहम्मद हफीज को टीम निदेशक पद से हटाने तथा आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे के बाद मुख्य चयनकर्ता वहाब रियाज को बरकरार रखने के पीछे का कारण समझा सकता है।' उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, ‘क्या दोनों को एक ही समय नियुक्त नहीं किया गया था और दोनों को एक ही जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई थी तो फिर सिर्फ हफीज को ही जिम्मेदार क्यों ठहराया गया और वहाब रियाज को नहीं?'
पिछले साल विश्व कप के दौरान इंजमाम ने मुख्य चयनकर्ता पद से इस्तीफा दे दिया था, उन्होंने पीसीबी से खिलाड़ियों का सम्मान करने का अनुरोध किया। इंजमाम ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि पीसीबी के चेयरमैन का पद बहुत सम्मानजनक है तो क्या पूर्व कप्तान और पूर्व दिग्गज भी बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों से इसी तरह का सम्मान पाने का हकदार नहीं हैं।'
इंजमाम ने साथ ही आरोप लगाया कि हितों के टकराव के आरोपों पर बोर्ड के साथ उनके विवाद पर पूर्व पीसीबी चेयरमैन जका अशरफ द्वारा सम्मान नहीं दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि अशरफ के रवैये से उन्हें काफी दुख हुआ था। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान क्रिकेट इस तरीके से नहीं चलाया जा सकता। अब समय आ गया है जब बोर्ड के अधिकारियों को भी अपने काम के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए।'