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स्पोर्ट्स डेस्क : पेरिस ओलिंपिक में मनु भाकर ने इतिहास रचते हुए मंगलवार 30 जुलाई को एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली महिला बनी। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल एकल में कांस्य जीतने के बाद मिश्रित टीम स्पर्धा में सरबजोत सिंह से साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्दा में कांस्य जीता। भारत ने निशानेबाजी में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली है जो वर्ष 2012 के लंदन ओलिंपिक में रहा था। 

भारतीय दल निशानेबाजी की चार स्पर्धाओं में पदक की दौड़ में पहुंच चुका है और यह किसी भी ओलिंपिक में भारतीय टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। निशानेबाजी की आधी स्पर्धाएं अभी खेली जानी हैं और उम्मीद की जा रही है कि पेरिस से तीन घंटे की दूरी पर स्थित शतोहू शूटिंग सेटर में भारतीय खिलाड़ी पदक के लिए पोडियम तक पहुंचेंगे क्योंकि इस बार भारत ने ओलिंपिक में निशानेबाजी के लिए सबसे ज्यादा 21 खिलाड़ियों को पेरिस भेजा है।

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भारतीय दल में पुरुषों की तुलना में महिला खिलाड़ी अधिक 

एक तरफ जहां भारतीय दल में सबसे ज्यादा निशानेबाज हैं। वहीं पहली बार ऐसा हो रहा है कि भारतीय दल में पुरुषों की तुलना में महिला खिलाड़ी अधिक हैं। इस बार ओलिंपिक के लिए भारत की ओर से 11 महिलाएं और 10 पुरुष निशानेबाजों ने क्वालिफाई किया। साल 2000 में सिडनी ओलिंपिक में भारत की ओर से सिर्फ एक महिला निशानेबाज गई थीं। 

4 खिलाड़ी दूसरी बार ओलिंपिक्स में 

भारतीय दल में एयर राइफल स्पर्धा में 8, पिस्टल में 7, शॉटगन में 6 निशानेबाज हैं। इस बार के भारतीय दल में युवा और अनुभवी निशानेबाजों का भी संयोजन है, जिसमें आधे से अधिक निशानेबाजों की उम्र 25 साल या उससे कम के है। लगभग सभी खिलाड़ियों के पास अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का अनुभव है और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, मनु भाकर, अंजुम मुदगिल और एलावेनिल वलारिवन 4 ऐसे खिलाड़ी हैं जो दूसरी बार ओलिंपिक खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। 

खेल राइफल पिस्टल शॉटगन कुल पुरुष महिला
2000 सिडनी 2 0 1 3 2 1
2004 एथेंस 5 0 3 8 5 3
2008 पेइचिंग 5 1 3 9 7 2
2012 लंदन 4 4 3 11 7 4
2016 रियो डी जनेरियो 5 4 3 12 9 3
2020 टोक्यो 8 5 2 15 8 7
2024 पेरिस 8 7 6 21 10 11