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हैदराबाद : इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भारत के खिलाफ गुरुवार से यहां शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए एक तेज गेंदबाज और तीन स्पिनरों को अंतिम एकादश में शामिल किया। मार्क वुड को अनुभवी जेम्स एंडरसन की जगह इस मैच के लिए चुना गया और स्टोक्स ने कहा कि डरहम के इस गेंदबाज को 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने की काबिलियत के कारण ही तरजीह दी गई। 

स्टोक्स ने कहा, ‘निश्चित रूप से, वह काफी रफ्तार से गेंदबाजी करता है। वह काफी प्रभावी गेंदबाजी करता है। 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से रिवर्स होती गेंद के खिलाफ खेलना निश्चित रूप से बहुत मुश्किल होगा।' स्टोक्स ने मैच पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘उसका आप छोटे और सटीक स्पैल में इस्तेमाल कर सकते हो और वह इन छोटे स्पैल में काफी तेज गेंदबाजी कर सकता है। लंबे स्पैल की कोई चिंता नहीं है क्योंकि हम उसका इस हफ्ते ऐसे ही इस्तेमाल करने वाले हैं।' 

एंडरसन जैसे अनुभवी गेंदबाज की अनदेखी से टीम प्रबंधन किस तरह निपट रहा है। इस पर स्टोक्स ने कहा कि एंडरसन ने इसे काफी पेशेवर तरीके से लिया है। उन्होंने कहा, ‘जिमी काफी पेशेवर है। आप नहीं जानते कि हालात किस तरह बदल सकते हैं और आप क्या महसूस कर सकते हो। लेकिन अब हम जिमी के कार्यभार को नहीं देख रहे हैं बल्कि हमने उसे इस जगह पर इसलिये रखा है कि क्योंकि वह हमारे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक है।' 

स्टोक्स ने माना कि वह श्रृंखला में गेंदबाजी नहीं करेंगे। यह आल राउंडर अब भी घुटने की सर्जरी से उबर रहा है। अब इंग्लैंड का ध्यान तीन स्पिनरों की रणनीति पर होगा और वे जैक लीच, रेहान अहमद और पदार्पण कर रहे टॉम हार्टले को खिलाएंगे जिसमें जो रूट कामचलाऊ स्पिन विकल्प मुहैया कराएंगे। 

इंग्लैंड के तीन स्पिनरों को उतारने के इस फैसले पर पहुंचने के बारे में स्टोक्स ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह साहसिक फैसला है। मैं और बाज (ब्रैंडन मैकुलम) विकेट देख रहे थे और जिससे हमें सर्वश्रेष्ठ मौका मिलेगा, हमने वही अंतिम एकादश चुनी। आपको हमेशा समझना होगा कि भारत में गेंद टर्न लेगी ही लेकिन आप पहले से ही किसी भी विचार को लेकर नहीं चल सकते। हमें सांमजस्य बिठाना होगा। भारत ऐसी जगह है जहां आपको दुनिया की किसी अन्य जगह की तुलना में टीम चयन के बारे में सोचना होता है।'