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इंदौर : भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में  ‘‘बल्लेबाजों का स्वर्ग'' कहे जाने वाले उस होलकर स्टेडियम में बुधवार को आमने-सामने होंगी जहां मेजबान टीम का पलड़ा हमेशा से भारी रहा है। मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के इस मैदान के पिछले 17 साल के इतिहास में भारत ने केवल एक मुकाबले को छोड़कर, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों (टेस्ट, एक दिवसीय और टी20) के हर मैच में जीत दर्ज की है। 

ऑस्ट्रेलिया के पास कम अनुभव

दूसरी तरफ करीब 27,000 दर्शकों की क्षमता वाले होलकर स्टेडियम में खेलने का ऑस्ट्रेलिया को बेहद कम अनुभव है। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर 24 सितंबर 2017 को आयोजित वनडे मैच के रूप में इकलौता मुकाबला खेला है जिसमें उसे भारत के हाथों पांच विकेट से पराजय झेलनी पड़ी थी। संयोग है कि 2017 के इस मुकाबले में भी वह स्टीव स्मिथ ही ऑस्ट्रेलिया की अगुवाई कर रहे थे जो बुधवार को खेले जाने वाले टेस्ट मैच में टीम के कार्यवाहक कप्तान की भूमिका में नजर आएंगे क्योंकि नियमित कप्तान पैट कमिंस अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए स्वदेश लौट गए हैं। होलकर स्टेडियम पर अब तक केवल दो टेस्ट मैच खेले गए हैं जिनमें भारत ने न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल की है। 

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जीत का झंडा फहराते आई टीम इंडिया

भारतीय टीम होलकर स्टेडियम में 2006 से लेकर अब तक आयोजित सभी छह वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में जीत का झंडा फहराते आई है और सीमित ओवरों के इस प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया के अलावा इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड को धूल चटा चुकी है। होलकर स्टेडियम में अब तक खेले गए तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में से दो में भारत ने जीत हासिल की है, जबकि चार अक्टूबर 2022 को आयोजित एक मुकाबले में मेजबान टीम को दक्षिण अफ्रीका के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। होलकर स्टेडियम में भारतीय टीम के दबदबे पर बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले ने "पीटीआई-भाषा" से कहा, "दुनिया की किसी भी क्रिकेट टीम को अपने घरेलू मैदान का मनोवैज्ञानिक फायदा तो मिलता ही है। वैसे भी किसी भी विपक्षी टीम के लिए भारत को भारत में हराना आसान नहीं है।"